आज हम बात करेंगे एक ऐसे व्यक्ति की, जिसने अपने संघर्ष और दृढ़ संकल्प से UPSC परीक्षा में सफलता हासिल की। अरविंद प्रताप सिंह, जो उत्तर प्रदेश के फतेहपुर के एक छोटे से गाँव से आते हैं, उन्होंने न सिर्फ अपनी शिक्षा पूरी की, बल्कि UPSC परीक्षा में अपना नाम रोशन किया।
अरविंद की शिक्षा की यात्रा फतेहपुर से शुरू होकर इलाहाबाद तक पहुंची, जहाँ उन्होंने अपनी स्नातक की डिग्री हासिल की। आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी, दिल्ली का रुख किया जहाँ से उन्होंने एमए और एमफिल की उपाधियाँ प्राप्त कीं। उनकी यह यात्रा नायाब तहसीलदार के पद पर उनके चयन के साथ एक नए चरण में पहुंची।
अरविंद के अनुसार, UPSC की तैयारी के लिए सबसे महत्वपूर्ण है नियमित रिवीजन और सीमित संसाधनों पर ध्यान केंद्रित करना। उनका मानना है कि अधिक किताबें पढ़ने के बजाय, कुछ चुनिंदा पुस्तकों को बार-बार पढ़ना अधिक लाभदायक होता है। उन्होंने अपने स्टडी रूम में हल या अनहल पेपर्स रखकर परीक्षा के पैटर्न को समझने की सलाह दी।
अरविंद का यह भी कहना है कि परीक्षा की तैयारी करते समय अपने माध्यम या पृष्ठभूमि को लेकर कोई शंका नहीं रखनी चाहिए। उनका मानना है कि कठिन परिश्रम और लगन से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उनकी यह कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है जो UPSC जैसी कठिन परीक्षाओं में सफलता पाने का सपना देखते हैं।
अरविंद की सफलता की कहानी यह सिखाती है कि अगर आपमें संघर्ष करने की इच्छा और अपने लक्ष्य के प्रति समर्पण है, तो किसी भी परिस्थिति में आपकी सफलता सुनिश्चित है।