आज हम बात करेंगे एकता सिंह की, जिन्होंने अपनी पहली ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा में 101वीं रैंक प्राप्त कर आईएएस बनने का सपना साकार किया। उनकी इस उपलब्धि की कहानी सही रणनीति और दृढ़ संकल्प का उदाहरण है। आईआईटी बीएचयू से ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद, एकता ने तुरंत यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी।
एकता की सफलता का रहस्य उनकी व्यवस्थित तैयारी में निहित है। उन्होंने शुरुआत से ही अपने लक्ष्य को स्पष्ट रूप से पहचाना और उसे प्राप्त करने के लिए एक सुनियोजित योजना बनाई। एकता ने कोचिंग ज्वाइन की और उन्होंने अनुभवी शिक्षकों से मार्गदर्शन प्राप्त किया। इससे उन्हें न केवल विषयगत ज्ञान में मदद मिली, बल्कि परीक्षा के लिए उचित तैयारी करने का तरीका भी समझ में आया।
उनकी तैयारी में करेंट अफेयर्स का भी महत्वपूर्ण स्थान था। एकता ने नियमित रूप से न्यूज पेपर पढ़ा और मंथली मैगजीन्स की सहायता से करेंट अफेयर्स को कवर किया। उन्होंने विशेष विषयों के लिए नोट्स भी तैयार किए, जो उनके रिवीजन में काफी सहायक सिद्ध हुए।
एकता का मानना है कि हर प्रतियोगी की अपनी अलग रणनीति होती है, और यह जरूरी है कि प्रत्येक उम्मीदवार अपनी तैयारी को अपने अनुसार ढाले। उन्होंने बताया कि सफलता के लिए बेसिक्स क्लियर करना, सीमित रिसोर्सेज का उपयोग करना और नियमित रूप से टेस्ट सीरीज में भाग लेना महत्वपूर्ण है।
उनकी यह सफलता यह दर्शाती है कि यदि उम्मीदवार सही दिशा में, एकाग्रता और चैतन्य मन के साथ मेहनत करता है, तो वह अपनी मंजिल तक पहुंच सकता है। एकता सिंह की कहानी उन सभी प्रतियोगियों के लिए प्रेरणास्रोत है, जो अपनी पहली कोशिश में ही सफलता का झंडा गाड़ना चाहते हैं।