मुंबई में निर्मित हो चुके मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल), जिसे अटल सेतु भी कहा जा रहा है, ने आधुनिक इंजीनियरिंग की एक नई मिसाल कायम की है। 21.8 किलोमीटर की इस विशाल समुद्री पुल की लागत 22,000 करोड़ रुपये आंकी गई है, जिसे मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (एमएमआरडीए) ने संभव बनाया है। इसके खुलने के साथ ही, मुंबई और नवी मुंबई के बीच की दूरी महज 20 मिनट में सिमट जाएगी, जिससे यात्रियों का समय और ऊर्जा दोनों की बचत होगी।

इस भव्य पुल के उद्घाटन की संभावित तारीख के रूप में 12 जनवरी का उल्लेख किया गया है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश को समर्पित किया जा सकता है। इस अद्वितीय पुल पर एकल यात्रा के लिए 250 रुपये का टोल निर्धारित किया गया है, जिसे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस समेत राज्य मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी है। यह टोल राशि अन्य राजमार्गों की तुलना में कम है और इसे उचित माना जा रहा है।

एमटीएचएल की निर्माण प्रक्रिया 2018 में शुरू हुई थी, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इसमें विलंब हुआ। अब, इसे पूर्णतः तैयार और उद्घाटन के लिए तत्पर बताया जा रहा है। इस पुल के खुलने से न केवल यातायात में सुधार होगा बल्कि यह मुंबई और नवी मुंबई के बीच आर्थिक और सामाजिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा देगा। इसके अलावा, यह पुल पर्यटकों के लिए भी एक आकर्षण का केंद्र बनेगा, जिससे मुंबई की समृद्धि में और वृद्धि होगी।

मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक न केवल एक इंजीनियरिंग की उपलब्धि है, बल्कि यह महाराष्ट्र और भारत के विकास की नई दिशा को भी दर्शाता है।

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