अभिनव सक्सेना की सफलता की कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों को सच करने के लिए अथक परिश्रम करने को तैयार हैं। 2017 में, उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की, जो उनकी दृढ़ता और समर्पण का प्रमाण है।
अभिनव का पेशेवर जीवन इंजीनियरिंग और एमबीए की डिग्री के साथ शुरू हुआ। उनका पहला प्रयास 2016 में नहीं चला, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अगले वर्ष सफलता हासिल की। अभिनव का मानना है कि प्री परीक्षा की तैयारी के लिए सही रणनीति और रिवीजन की योजना बहुत आवश्यक है।
उनके अनुसार, परीक्षा के तीन महीने पहले से तैयारी शुरू करनी चाहिए और 40, 30, और 20 दिनों के लक्ष्य के साथ रिवीजन को आयोजित करना चाहिए। पहले 40 दिनों में एक व्यापक रिवीजन, अगले 30 दिनों में विषयों को दोहराना और अंतिम 20 दिनों में गहन रिवीजन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
अभिनव ने बताया कि प्री परीक्षा की तैयारी में मॉक टेस्ट बहुत महत्वपूर्ण होते हैं, लेकिन उनकी संख्या से ज्यादा जरूरी है उनका विश्लेषण। गलतियों को समझने और सुधारने के लिए मॉक टेस्ट के विश्लेषण पर जोर देने की सलाह दी गई।
वे कहते हैं कि प्रत्येक विद्यार्थी की अपनी ताकत और कमजोरियाँ होती हैं। इसलिए, अपने लिए उपयुक्त रणनीति अपनाना महत्वपूर्ण है। अभिनव का मार्गदर्शन उन लोगों के लिए आदर्श है जो अपनी योजना और प्रयासों को सही दिशा में ले जाना चाहते हैं।
अभिनव सक्सेना की यात्रा उन युवाओं के लिए एक प्रेरणा है जो अपने सपनों को साकार करने के लिए कठिन परिश्रम और समर्पण के महत्व को समझते हैं। उनकी सफलता हमें यह सिखाती है कि असफलता को अंत नहीं, बल्कि सीखने और सुधारने का एक अवसर मानना चाहिए।