आगरा के रहने वाले उत्सव ने अपनी लगन और कठिन परिश्रम के बल पर साल 2017 में यूपीएससी की प्रतिष्ठित सीएसई परीक्षा में चौथे प्रयास में 33वां स्थान प्राप्त कर एक मिसाल कायम की। आईआईटी पटना से शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने अपने बचपन से देखे गए सपने, सिविल सेवा में जाने के सपने को पूरा करने का निश्चय किया। उनकी यह यात्रा आसान नहीं थी, पर उनके संकल्प और परिश्रम ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया।
उत्सव की प्रेरणादायक यात्रा की शुरुआत आगरा में हुई, जहाँ उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की। शिक्षा के प्रति उनका लगाव और उच्च अंकों के साथ बोर्ड परीक्षाओं में सफलता ने उनके जीवन की दिशा निर्धारित की। आईआईटी पटना से इंजीनियरिंग में स्नातक होने के बाद, उन्होंने एक छोटे समय के लिए नौकरी भी की, लेकिन अंततः उन्होंने सिविल सेवा के अपने सपने को साकार करने का निर्णय लिया।
उत्सव को सिविल सेवा की परीक्षा में सफलता पाने में चार प्रयास लगे, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। प्रत्येक असफलता के साथ उन्होंने अपनी कमियों को पहचाना और उन पर काम किया। उनके पिता का समर्थन और प्रोत्साहन उनके लिए एक मजबूत स्तंभ रहा। उनकी कठिनाइयों और संघर्षों ने उन्हें और अधिक दृढ़ और संकल्पित बनाया।
उनकी तैयारी का तरीका बहुत ही व्यवस्थित और लक्ष्य-केंद्रित था। उन्होंने बेसिक किताबों और एनसीईआरटी की किताबों के साथ अपनी बुनियादी समझ को मजबूत किया। उनका मानना था कि सफलता के लिए निरंतर पुनरावृत्ति और अभ्यास अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
उत्सव की सफलता की कहानी उन युवाओं के लिए एक प्रेरणा है, जो सिविल सेवा के क्षेत्र में अपना करियर बनाने की चाह रखते हैं। उनकी यात्रा से यह सिखने को मिलता है कि दृढ़ संकल्प, कठिन परिश्रम और निरंतर प्रयास से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उत्सव का संदेश स्पष्ट है – नसीब को दोष देने के बजाय, ईमानदार प्रयासों पर विश्वास रखें और सफलता निश्चित रूप से आपके कदम चूमेगी।