मुंबई के ईस्टर्न फ्री-वे पर यात्रा का अनुभव अब और भी सुगम और आरामदायक होने जा रहा है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने इस मार्ग पर यातायात की आसानी और सड़क की दीर्घायु को बढ़ाने के लिए ‘माइक्रो सरफेसिंग’ तकनीक का उपयोग किया है। यह पहला मौका है जब मुंबई में इस उन्नत तकनीक का इस्तेमाल किया गया है, जिससे ईस्टर्न फ्री-वे पर यात्रा करने वालों के लिए नई सुविधाओं का संकेत मिलता है।
‘माइक्रो सरफेसिंग’ तकनीक का मुख्य लाभ यह है कि इससे एक ही दिन में 1 किमी तक की सड़क को मरम्मत किया जा सकता है। इस तकनीक के तहत, डामर सड़कों पर मजबूत कोटिंग की जाती है और साथ ही, डिवाइडरों और दीवारों को नए सिरे से पेंट किया जाता है। इससे न केवल सड़क की सतह मजबूत बनती है, बल्कि उसकी आयु भी बढ़ती है।
ईस्टर्न फ्री-वे पर, मुंबई आने वाली दिशा में 9 किमी तक और दूसरी दिशा में 1.5 किमी तक ‘माइक्रो सरफेसिंग’ का काम पूरा किया जा चुका है। यह प्रक्रिया इतनी कुशल है कि मात्र दो घंटे में यातायात फिर से बहाल कर दिया जाता है, जिससे आम जनजीवन पर इसका कम से कम प्रभाव पड़ता है।
इस परियोजना के तहत, चेंबूर और पी. डिमेलो रोड की ओर जाने वाली टनल में पानी के रिसाव की समस्या को भी सफलतापूर्वक हल किया गया है। वॉटर प्रूफिंग, ग्राउटिंग, प्लगिंग जैसे उपायों के माध्यम से यह समस्या दूर की गई है, जिससे टनल के अंदर सफर करने वाले यात्रियों को बेहतर अनुभव प्राप्त होगा।
मुंबई महानगरपालिका के इस कदम को शहर के परिवहन ढांचे में एक महत्वपूर्ण सुधार के रूप में देखा जा रहा है। ‘माइक्रो सरफेसिंग’ तकनीक के सफल इस्तेमाल से न केवल ईस्टर्न फ्री-वे पर यात्रा करना आसान हो जाएगा, बल्कि यह सड़कों की दीर्घायु और सुरक्षा में भी योगदान देगा।