दिल्ली के नेहरू प्लेस इलाके की सूरत में धीरे-धीरे बदलाव आ रहा है। एलजी वीके सक्सेना ने यहां एक स्काईवॉक का उद्घाटन किया है, जिसके माध्यम से लोग अब आसानी से नेहरू प्लेस मार्केट मेट्रो स्टेशन तक पहुंच सकेंगे। नेहरू प्लेस में यह स्काईवॉक एक अपग्रेडेशन प्रोजेक्ट का हिस्सा है।
नई दिल्ली: अब नेहरू प्लेस कमर्शल मार्केट और नेहरू प्लेस मेट्रो स्टेशन को जाने के लिए लोगों को सड़कों को क्रॉस करने की जरूरत नहीं होगी। यह सभी अब स्काईवॉक के माध्यम से सीधे जुड़ जाएंगे। यह उन्हें मार्केट से मेट्रो स्टेशन तक पहुंचने में सुविधा प्रदान करेगा। एलजी वीके सक्सेना ने इस स्काईवॉक का उद्घाटन किया है। यह स्काईवॉक नेहरू प्लेस के अपग्रेडेशन प्रोजेक्ट का एक हिस्सा है। डीडीए से मिली जानकारी के अनुसार, इस प्रोजेक्ट की लागत 75 करोड़ रुपये है और इसे 4 सालों में पूरा किया गया है। उद्घाटन समारोह में साउथ दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी और डीडीए के वाइस चेयरमैन सुभाषिश पांडा भी मौजूद थे। इस प्रोजेक्ट को अंजीनीरिंग, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट और कार्यकारी सिविल इंजीनियरिंग के अधिकारियों ने मिलकर पूरा किया है।
अद्भुत स्काईवॉक के लाभ
इस मौके पर, एलजी वीके सक्सेना ने कहा कि डीडीए ने अपने वादे को पूरा करने के लिए उर्जित है। यह स्काईवॉक न केवल आस-पास के इलाकों के लिए एक बदलाव है, बल्कि डीडीए ने दिल्ली में उपेक्षित गांवों के विकास का भी जिम्मा लिया है। इस स्काईवॉक ने इस पूरे क्षेत्र की खूबसूरती को बढ़ाया है। वह लोगों से अपील करते हैं कि वे इसे मेंटेनेंस में रखें, क्योंकि किसी भी प्रोजेक्ट की सफलता उनके समर्थन के बिना संभव नहीं है।
स्मार्ट बनाए गए नेहरू प्लेस मार्केट
नेहरू प्लेस मार्केट को आकर्षक बनाने के साथ-साथ, इसके सुविधाओं को भी बढ़ाया गया है। यहां वाई-फाई सुविधा के साथ स्मार्ट लाइट पोल सिस्टम, स्पीकर सिस्टम, सीसीटीवी सिस्टम, एम्फिथिएटर, एलईडी स्क्रीन वॉल, टैंसिल शेडिंग स्ट्रक्चर, आदि बनाया गया है। इसके साथ ही सीवेज सिस्टम को पूरी तरह बदला गया है। इस स्काईवॉक में लिफ्ट और एस्केलेटर की सुविधा भी है, और यहां दिव्यांगों के लिए रैंप सुविधा भी है। इस प्रोजेक्ट के लिए अधिकांश फंड डीडीए को सरकार से मिले हैं। नेहरू प्लेस डिस्ट्रिक्ट सेंटर का निर्माण डीडीए ने 1972 में किया था, और अब यह कंप्यूटर और उससे जुड़े सामग्री के लिए एशिया का सबसे बड़ा कमर्शल सेंटर बन गया है।