हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले की मुस्कान जिंदल ने अपने पहले ही प्रयास में साल 2019 में यूपीएससी परीक्षा में 87वीं रैंक हासिल करके टॉप किया है। आइए जानें कि मुस्कान जिंदल ने अपने सपने को कैसे पूरा किया।
आईएएस टॉपर मुस्कान जिंदल की सफलता की कहानी:
यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल करना ही बड़ी बात है, और ऐसे में अगर कोई पहली बार में ही यह परीक्षा पास कर ले और उस पर टॉप भी कर ले, तो कहना ही क्या। इसी बड़े कारनामे को अपने नाम किया है मुस्कान जिंदल ने। साल 2019 की परीक्षा में 87वीं रैंक पाकर उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में यह सफलता हासिल की है।
मुस्कान की शुरुआती शिक्षा:
मुस्कान हमेशा से आईएएस ऑफिसर बनने की चाहत रखती थी। उन्होंने अपनी पढ़ाई की दिशा ऐसी ही रखी, जिससे उन्हें आगे चलकर फायदा मिले। उनकी प्रारंभिक शिक्षा सोलन के बिद्दी से हुई थी, जहां से उन्होंने कक्षा 12 तक की शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद, वे एसडी कॉलेज चंडीगढ़ से बी.कॉम (हॉनर्स) पूरा कर चुकी थीं। उन्होंने अपने अंतिम वर्ष से ही यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की थी।
तैयारी का प्रक्रिया:
जब उनका ग्रेजुएशन पूरा हुआ, तब उनकी उम्र कम थी और उन्हें यूपीएससी की तैयारी भी करनी थी। इसलिए, उन्होंने एक साल का ब्रेक लिया और दिन-रात पढ़ाई में जुट गईं।
सफलता का रहस्य:
मुस्कान कहती हैं कि उन्होंने हमेशा खुद पर विश्वास रखा और किसी और की तुलना नहीं की। उन्होंने स्वयं को मजबूत बनाये रखने के लिए प्रयत्नशील रूप से काम किया।
मुस्कान का कहना है कि सफलता की कोई उम्र नहीं होती। आपको समर्पित रहना और निरंतर प्रयास करते रहना होता है।
इस तरह, मुस्कान जिंदल ने अपनी मेहनत, समर्पण और सही दिशा में परिश्रम करके अपने सपने को साकार किया। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि सफलता के लिए उम्र और प्रयास का कोई सीमा नहीं होती।