साल 2018 की UPSC परीक्षा में 43वीं रैंक के साथ पहली ही बार में टॉप करने वाले अक्षय अग्रवाल ने अपने अनुभव और सफलता की कहानी साझा की है। अक्षय का सफर उनकी प्रेरणादायक कथा है, जो स्वाभाविक रूप से छात्रों के बीच उत्साह और आत्म-प्रेरणा का स्रोत बना है।
अक्षय की सफलता की कहानी:
अक्षय अग्रवाल का यूपीएससी में पहली ही प्रयास में टॉप करना, उनकी अद्भुत और प्रेरणादायक कहानी का हिस्सा है। उन्होंने बिना किसी कोचिंग संस्थान के सहारे, स्वयं स्टडी करके यह मुकाम हासिल किया। इससे प्रेरित होकर, और संघर्ष के बावजूद, उन्होंने अपने सपनों को पूरा किया।
अक्षय की तैयारी का अनूठा तरीका:
अक्षय की तैयारी का अनूठा तरीका था उनका स्वाध्याय और स्वाध्याय के प्रति समर्पण। उन्होंने यूपीएससी परीक्षा के लिए समय-समय पर निरंतर प्रयास किया और आत्म-विश्वास के साथ काम किया।
अक्षय की तैयारी की तिमाही:
अक्षय अग्रवाल की तैयारी एक स्वाध्याय केंद्रित दृष्टिकोण के साथ थी। उन्होंने यूपीएससी के सिलेबस को ध्यान से पढ़ा और उसके अनुसार अपनी तैयारी को निर्धारित किया।
अक्षय की सलाह:
यूट्यूब का उपयोग: अक्षय की सलाह है कि यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए यूट्यूब का सहारा लें। यहां पर विषयों के वीडियो और स्पष्टीकरण मिलते हैं जो कांसेप्ट को समझने में मदद करते हैं।
ब्लॉग्स का अध्ययन: उन्होंने सलाह दी कि विभिन्न ब्लॉग्स का अध्ययन करें, जो टॉपर्स द्वारा लिखे गए होते हैं। यह आपकी समझ और तैयारी को बेहतर बनाता है।
मॉक टेस्ट और आंसर राइटिंग प्रैक्टिस: अक्षय ने मॉक टेस्ट और आंसर राइटिंग प्रैक्टिस को महत्वपूर्ण माना। इससे उनकी तैयारी की गुणवत्ता बढ़ी और समय परीक्षा के लिए तैयार रही।
अक्षय अग्रवाल की सफलता की कहानी हमें यह बताती है कि यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए विश्वास, समर्पण और सही दिशा में मेहनत से सफलता हासिल की जा सकती है। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि सही दिशा में निरंतरता और प्रतिस्पर्धा में विश्वास सफलता की कुंजी होती है।