‘आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है.’ और जब बात भारत की हो, तो यहां लोग जुगाड़ की मदद से एक से बढ़कर अपने हुनर पेश करते रहते हैं. इस बीच सूरत के 65 वर्षीय एक बुजुर्ग ने कबाड़ से एक शानदार इलेक्ट्रिक साइकिल बनाई है
नाटूभाई पटेल ने कबाड़ से बनाई अनोखी इलेक्ट्रिक साइकिल
दरअसल, सूरत के रहने वाले नाटूभाई पटेल ने एक इलेक्ट्रिक साइकिल बनाई है, जो रिंग बाइक की तरह दिखाई दे रही है. उनके इस हुनर की खूब सराहना हो रही है. वो जहां भी अपनी जुगाडू साइकिल लेकर जाते हैं, लोगों निगाहें वहीं टिक जाती हैं.
ये अनोखी साइकिल बनाने वाले नाटूभाई सातवीं क्लास तक पढ़े हैं. वह काफी समय से बाइक रिपेयरिंग का काम कर रहे हैं. उन्होंने अपनी कुशलता के दम पर कुछ अलग करना चाहा और ये इलेक्ट्रिक साइकिल उसी का नतीजा है. नाटूभाई पटेल ने इस साइकिल को लोहे के दो पाइप से बनाया है. अंदरूनी पाइप एक घिरनी के जरिए बाहरी पाइप से जुड़ता है और ये बाइक सड़क पर फर्राटे भरते हुए नजर आती है.
हालांकि यह पहली बार नहीं है जब किसी बुजुर्ग ने अपने टैलेंट के दम पर अनोखा निर्माण किया हो, इससे पहले भी कई कुशलता के नायाब नमूने देखने को मिले हैं.
कर्नाटक मंगलुरू के रहने वाले 62 साल के गणपति भट्ट (Ganapathi Bhat) ने नारियल और सुपारी के पेड़ों पर आसानी से चढ़ने के लिए एक स्वदेशी रूप से विकसित वर्टिकल ट्री स्कूटर बनाया है. दावा है कि इसकी मदद से कोई भी किसान बिना हाथ-पैर को चोट पहुंचाए ऊंचे से ऊंचे पेड़ पर 30 सेकेंड में आराम से चढ़ सकता है. उन्हें इसे बनाने में 2 साल लग गए थे.