उत्तर प्रदेश के बजट में पूरब से पश्चिम तक रफ्तार एक्सप्रेस करने की योजना पर काम किया जा रहा है। पश्चिम से पूरब से एक्सप्रेस स्पीड के लिए यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने लिंक एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट की रूपरेखा तय की है। आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को जोडने की योजना बनाई गई है।

हाइलाइट्स:

आगरा और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को लिंक किए जाने की योजना
60 किलोमीटर लंबे लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण का आया प्रोजेक्ट
दोनों एक्सप्रेसवे के पहले टॉल प्लाजा को जोड़ने की है तैयारी
जल्द कंसल्टेंट कंपनी चयनित कर बनाया जाएगा डीपीआर

उत्तर प्रदेश में रफ्तार एक्सप्रेसवे वाली देने की योजना पर लगातार काम किया जा रहा है। इस क्रम में पूरब से पश्चिम तक एक्सप्रेसवे की रफ्तार देने की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है। यूपी बजट 2024 में इस योजना पर खासा जोर दिया गया है। दरअसल, राजधानी लखनऊ का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके साथ ट्रैफिक जाम की समस्या भी बढ़ रही है। प्रदेश सरकार ने बजट में यह समस्या दूर करने का भी इंतजाम किया है। इसके तहत आगरा एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण किए जाने का प्रस्ताव बजट में आया है। इसके बनने से दोनों एक्सप्रेसवे आपस में जुड़ जाएंगे। यह लिंक एक्सप्रेसवे करीब 60 किलोमीटर लंबा होगा।

सरकार ने बजट में लिंक एक्सप्रेसवे के शुरुआती चरण के लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। यह रकम जमीन अधिग्रहण में खर्च होगी। माना जा रहा है कि यह एक्सप्रेसवे बनने से रोजाना करीब 50 हजार वाहन चालकों को ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी। ऐसे ही जल्द ही कंसल्टेंट कंपनी चुनकर इसका डीपीआर तैयार करवाया जाएगा।

आगरा एक्सप्रेसवे का पहला टॉल प्लाजा बहरू में है। इसी तरह पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का पहला टॉल प्लाजा महुराकलां के पास है। अफसरों के मुताबिक, लिंक एक्सप्रेसवे दोनों टॉल प्लाजा से जुड़ेगा। अफसरों की माने तो इसे लखनऊ- कानपुर एक्सप्रेसवे से भी कनेक्ट किया जाएगा।

लिंक एक्सप्रेसवे चार लेन का होगा। अफसरों का कहना है कि बजट मिलने के बाद जल्द कंसल्टेंट कंपनी का चुनाव कर डीपीआर तैयार किया जाएगा। इसके साथ जमीन अधिग्रहण भी शुरू किया जाएगा। अफसरों का दावा है कि निर्माण की तैयारी शुरू कर दी जाएगी।

रोजाना करीब 50 हजार से ज्यादा वाहन शहर के रास्ते होते हुए आगरा एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे तक आते जाते हैं। इन वाहनों को फिलहाल अवध चौराहा, तेलीबाग चौराहा, अर्जुंनगंज चौराहा और गोसाईंगंज चौराहे से गुजरना पड़ता है। इस कारण इन चौराहों पर जाम भी लगता है। लिंक एक्सप्रेस-वे बनने के बाद ऐसे वाहनों को शहर के भीतर नहीं आना होगा। इससे शहर में भी ट्रैफिक लोड घटेगा और लोगों को जाम से निजात मिलेगी।

आगरा एक्सप्रेसवे: मोहान रोड होकर आगरा एक्सप्रेसवे पर कई साल से वाहनों का संचालन हो रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे: सुलतानपुर रोड होकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर आ- जा सकते है आउटर रिंग रोड: 104 किलोमीटर लंबी आउटर रिंग रोड का निर्माण आखिरी चरण में है। इसका काम इसी महीने पूरा हो सकता है। यह सीतापुर रोड, हरदोई रोड, अयोध्या रोड, सुलतानपुर रोड, कानपुर रोड, कुर्सी रोड और रायबरेली रोड को कनेक्ट करेगी। कानपुर एक्सप्रेसवे: लखनऊ से कानपुर तक नए एक्सप्रेसवे का निर्माण जोरों पर है। अफसरों का दावा है कि इसका निर्माण इसी साल दिसंबर तक पूरा हो जाएगा।

लिंक एक्सप्रेसवे: 60 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेसवे राजधानी की सीमा पर आगरा और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को कनेक्ट करेगा।

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