झारखंड के रामगढ़ नामक छोटे से शहर से आईएएस टॉपर अभिषेक कुमार ने साल 2019 में 73वीं रैंक के साथ यूपीएससी परीक्षा पास की। उनकी यह सफलता उन लोगों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है जो छोटे शहरों और स्कूलों से होकर भी बड़ी परीक्षाओं को सामने से नहीं भागते। अभिषेक ने अपने संघर्षपूर्ण सफर के दौरान अपने सपनों को साकार करने के लिए कई मुश्किलों का सामना किया।
अभिषेक का संघर्ष शुरुआत से ही था, जब उन्हें लगता था कि उनका बैकग्राउंड यूपीएससी की तैयारी के लिए उपयुक्त नहीं है। वे छोटे शहर के स्कूल से पढ़े और अंग्रेजी मीडियम में शिक्षा प्राप्त किया था, जिससे उन्हें कई बड़े शहरों के अभ्यासियों के सामने खड़ा होने में कठिनाई होती थी। लेकिन उन्होंने अपने लक्ष्य के प्रति अपना पूरा ध्यान दिया और अंततः अपने मंजिल तक पहुंचे।
अभिषेक की यूपीएससी की तैयारी में लगातारता और समर्पण की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने अपनी पढ़ाई को ध्यान से और उत्साह से किया, और हमेशा अपने लक्ष्य को याद रखा। उन्होंने यूपीएससी की तैयारी में मोटिवेशन बनाए रखने के लिए समर्थक समूह का गठन किया, जो उन्हें अधिक प्रेरित करता रहा।
अभिषेक के संघर्ष की कहानी साबित करती है कि सफलता के लिए सही दिशा में मेहनत करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने सिद्ध किया कि विफलता और कठिनाइयों का सामना करना निराशा का कारण नहीं होता है, बल्कि यह एक अवसर है सीमित समय में सीमित संसाधनों का उपयोग करके अपने लक्ष्य की प्राप्ति करने का। अभिषेक की सफलता की कहानी हमें यह सिखाती है कि मेहनत, लगन और अटल संकल्प से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।