शानू डिमरी की यूपीएससी यात्रा अनूठी है। 2017 में, शानू ने पहले ही प्रयास में अपनी सपने की परीक्षा पास की और यूपीएससी सीएसई परीक्षा में सफलता हासिल की। इस बात को लेकर कि पहले प्रयास को अंतिम मानकर तैयारी करना बहुत महत्वपूर्ण है, वह खुद भी अनुभव साझा करती हैं।
शानू की यह सफलता उनकी अद्वितीय प्रेरणा और मेहनत का परिणाम है। उन्होंने पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास की, जिसमें उन्होंने अपने मन के विचार को मनोवैज्ञानिक तरीके से साकार किया। शानू ने यह निर्णय लिया कि वह पहले ही अवसर में सफल होंगी, और उन्होंने इस लक्ष्य के साथ पूरी मेहनत और प्रतिबद्धता से काम किया।
शानू का अनूठा सफर उसके शिक्षा के क्षेत्र से शुरू होता है। उन्होंने कानपुर के आईआईटी से ग्रेजुएशन किया और इंटीग्रेटेड एमएससी में इकोनॉमिक्स का अध्ययन किया। यूपीएससी की तैयारी के लिए उनके दिमाग में कोई प्रतिबंध नहीं था।
शानू का अनूठा अनुभव उसने तैयारी के लिए कोचिंग संस्थान की जगह अपना किया। उन्होंने इंटरनेट पर अनेक संसाधनों का सहारा लिया और महत्वपूर्ण विषयों पर गहराई से पढ़ाई की। शानू की यह सफलता उनके निरंतर प्रयासों और अद्वितीय स्वाध्याय का परिणाम है।
शानू की इस अनोखी कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि सफलता के लिए सीमित संसाधनों का उपयोग करने का एक अलग माध्यम हो सकता है। इंटरनेट पर सही संसाधनों का उपयोग करने से हमें अधिक संभावनाएं मिलती हैं और हमारे लक्ष्य को प्राप्त करने की क्षमता बढ़ती है। शानू डिमरी की यह कहानी हमें यह सिखाती है कि जब हमारे पास संकोच नहीं होता, तो हम सपनों को पूरा करने के लिए किसी भी मुश्किल का सामना कर सकते हैं।