मुंबई को अटल सेतु की सौगात देने के बाद बीएमसी ने शहर के दूसरे हिस्सों को भी जाम मुक्त करने की बड़ी तैयारी की है। इसके तहत मुंबई में अमेरिका और यूरोप की तरह मल्टि मॉडल टनल का जाल बिछाया जाएगा। इससे मुंबइकरों को जाम का सामना नहीं करना पड़ेगा।

अंडरग्राउंड मल्टि मॉडल टनल से जुड़ेंगे कोस्टल रोड, एक्सप्रेस-वे
मुंबई आने-जाने में नहीं करना पड़ेगा ट्रैफिक जाम का सामना
बीएमसी ने प्रोजेक्ट काम आगे बढ़ाया, कई चरणों में होगी निर्माण
आगे के 30 साल के विजन के साथ बनेगी मल्टि मॉडल टनल

मुंबई: ट्रैफिक समस्या से जूझ रहे मुंबईकरों को राहत दिलाने के लिए बीएमसी अमेरिका और यूरोप की तरह मुंबई में भी अंडरग्राउंड मल्टि मॉडल टनल का जाल बिछाएगी। इस टनल के जरिए कोस्टल रोड, ईस्टर्न फ्री-वे, वेस्टर्न एक्सप्रेस-वे, ईस्टर्न एक्सप्रेस-वे सहित अन्य कनेक्टिविटी को जोड़ा जाएगा। इससे वाहन टनल से सीधे एक्सप्रेस-वे पर पहुंचकर आगे जा सकेंगे। मल्टी मॉडल टनल की रिपोर्ट, प्लानिंग आदि के लिए बीएमसी ने विभिन्न सलाहकारों से प्रस्ताव (आरएफक्यू ) मंगाए हैं। बीएमसी का मानना है कि मल्टी मॉडल टनल से मुंबई की ट्रैफिक व्यवस्था अंतरराष्ट्रीय स्तर की होगी। टनल के बनने से एक्सप्रेस-वे से वाहन सीधे मुंबई में प्रवेश कर सकेंगे और शहर से बाहर भी जा सकेंगे। इससे मुंबई शहर की सड़कों पर चलने वाले लाखों वाहन कम हो जाएंगे। यह टनल कई चरणों में बनाई जाएगी।

गेमचेंजर होगा यह प्रॉजेक्ट

बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई में ट्रैफिक की समस्या से निजात दिलाने में यह प्रॉजेक्ट गेम चेंजर साबित होगा। यह अगले 30 साल को ध्यान में रखकर तैयार किया जाएगा। योजना के मुताबिक जिन वाहनों को मुंबई से बाहर निकलना है, उन्हें शहर की सड़कों पर निकलने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। इससे मुंबई में लगने वाले ट्रैफिक जाम से दूसरे लोगों अथवा वाहन चालकों को भी राहत मिलेगी। मुंबई में मल्टि मॉडल टनल का प्रारूप तय करने के लिए बीएमसी कमिश्नर आई. एस. चहल की अध्यक्षता में एक 8 सदस्यीय कमिटी का गठन किया गया है। यह कमिटी टनल निर्माण की पूरी रूपरेखा तैयार कर सरकार को सौंपेगी। इसके जरिए मुंबई की यातायात व्यवस्था अंतरराष्ट्रीय स्तर की बनाई जाएगी।

कई चरणों में बनेगी टनल

यह टनल मुंबई में कई चरणों में बनाई जाएंगी। यह कमिटी मुंबई में उन स्थानों को चिन्हित करेगी, जहां यातायात व्यवस्था सुचारू करने के लिए टनल बनाए जा सकें। इनमें उन जगहों को प्रमुखता दी जाएगी, जहां ट्रैफिक ज्यादा होता है। इमरजेंसी में टनल का कैसे उपयोग किया जा सकता है, इसे लेकर भी विचार-विमर्श करेगा, ताकि स्मार्ट टनल बनाई जा सके। कमिटी एमएमआर में भविष्य की कनेक्टिविटी के साथ मुंबई के लिए स्मार्ट टनल के नेटवर्क का मास्टर प्लान भी तैयार करेगी। इस टनल के जरिए बीएमसी सहित अन्य सर्विस लाइन नेटवर्क को भी ले जाया जाएगा, इसीलिए प्रॉजेक्ट का नाम मल्टि मॉडल टनल रखा गया है। टनल का व्यास, डेक की संख्या, टनल के प्रकार और अगले 30 सालों में इसकी कितनी उपयोगिता होगी, इसका स्टैंडर्ड क्या होगा और इसका खर्च सुनिश्चित किया जाएगा।

NBT लेंस: ट्रैफिक-फ्री करने की कवायद

मुंबई में पिछले कुछ वर्षों में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इस कारण लोगों को ट्रैफिक की समस्या का सामना करना पड़ता है। वर्तमान में मुंबई में वाहनों की संख्या 43 लाख से अधिक हो गई है। इसी का नतीजा है कि ईस्टर्न और वेस्टर्न एक्सप्रेस-वे पर सुबह-शाम ट्रैफिक जाम की समस्या का लोगों को सामना करना पड़ता है। दिन भर मुंबई में जगह-जगह ट्रैफिक जाम लगा रहता है। टनल के कोस्टल रोड, एक्सप्रेस-वे से जुड़ने के बाद मुंबई में वाहनों की रनिंग कम हो जाएगी। इसी समस्या के समाधान के लिए बीएमसी ने कोस्टल रोड को मीरा-भाईंदर तक बनाने का निर्णय लिया है। इसी तरह ग्रांट रोड से ईस्टर्न फ्री-वे को जोड़ने की योजना है। बीएमसी को उम्मीद है कि यह जितने प्रॉजेक्ट तैयार हो रहे हैं या पाइपलाइन में हैं, उनके शुरू होने पर मुंबई में काफी हद तक ट्रैफिक की समस्या दूर हो जाएगी।

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