जबलपुर, भारत: जबलपुर के देशलदान रतनू के जीवन में कभी कदम पीछे नहीं हटे। उनके पिताजी एक चाय की दुकान चलाते थे, लेकिन इस छोटे से शहर के बेटे ने हालातों को समझते हुए पहले ही प्रयास में यूपीएससी सीएसई परीक्षा पास करने का लक्ष्य रखा और उसे हासिल करके दुनिया को अपनी कड़ी मेहनत और परिश्रम का प्रतीक बना दिखाया।
उच्चतम सफलता की कहानी: देशलदान रतनू का यूपीएससी में शानदार प्रदर्शन
यूपीएससी सीएसई परीक्षा की सफलता बहुत सारे लोगों के लिए अदृश्य सपना है, लेकिन राजस्थान के देशलदान रतनू ने इसे हकीकत में बदला। उनके पास न तो पढ़ाई के लिए अधिकार था, न साधनों का सही संसाधन, लेकिन उन्होंने यह सभी अड़चनाओं को पार करते हुए देश की सबसे कठिन परीक्षा में महान काम किया। उन्होंने पहले प्रयास में ही 82वीं रैंक प्राप्त की और टॉपर्स की सूची में अपना नाम दर्ज कराया।
एक ऐसे छोटे से शहर से आये हुए युवा के लिए जिनके परिवार की आर्थिक स्थिति उत्तम नहीं थी, एक IAS अधिकारी बनना अदृश्य सपना लगता है, लेकिन देशलदान रतनू ने इसे सच्चाई में बदला।
बड़े भाई से प्रेरणा: सपनों को पूरा करने का सफर
देशल के घर में आर्थिक संकट के कारण पढ़ाई की आवश्यकता को पूरा नहीं किया जा सका। पिताजी के पास कुछ भी अधिक नहीं था, लेकिन उन्होंने देशल को सहारा दिया और उन्हें सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित किया। उनके बड़े भाई की भी बड़ी भूमिका रही, जो भारतीय नौसेना में थे। उन्होंने देशल को हमेशा मार्गदर्शन दिया और उन्हें साहसिक और प्रेरणादायक कदमों की ओर प्रेरित किया।
देशलदान का सफर: सपनों को पूरा करते हुए
देशलदान ने अपने जीवन की कई मुश्किलों का मुकाबला किया। उन्होंने दसवीं कक्षा के बाद कोटा जाकर पढ़ाई की, फिर जेईई की परीक्षा दी, आईआईटी जबलपुर से स्नातक की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपने सपनों को पूरा किया।
देशलदान रतनू की कहानी हमें यह सिखाती है कि सफलता के लिए आपके पास समृद्ध वित्तीय स्थिति या पढ़ाई के शानदार माहौल होने की आवश्यकता नहीं है। आपकी जीवन में उतार-चढ़ाव हो सकते हैं, लेकिन यदि आप अपने सपनों के पीछे जिद्दी हैं, तो कुछ भी सम्भव है। देशलदान ने इस अद्वितीय सफलता की प्राप्ति के लिए अपनी मेहनत और निष्ठा को दर्शाया है, जो हर किसी के लिए प्रेरणादायक है। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि सपनों को पूरा करने के लिए उत्साह, मेहनत, और निरंतर प्रयास की आवश्यकता होती है।