भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की परीक्षा में सफलता पाना कोई साधारण काम नहीं है, लेकिन जब कोई यह सफलता पहले ही प्रयास में हासिल कर लेता है, तो यह वाकई गर्व की बात होती है। डॉ. अक्षिता गुप्ता, चंडीगढ़ की एक मेडिकल पेशेवर, ऐसी ही उदाहरण हैं। उन्होंने अपनी जीवन में पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की और अपने सपने को साकार किया।
डॉ. अक्षिता का यह सफर सिविल सेवा की तैयारी के लिए उनकी पूरी दृढ़ इच्छा और प्रतिबद्धता का परिणाम है। उन्होंने अपने नौकरी के समय में भी यूपीएससी की तैयारी की, जिसका परिणाम यह हुआ कि उन्होंने पहले ही प्रयास में इस परीक्षा को पास कर लिया। यह बिल्कुल विशेष है कि वे अपने काम के ब्रेक में भी अपनी तैयारी को बिना किसी विचलितता के जारी रखती थीं।
इस सफलता के पीछे डॉ. अक्षिता की मेहनत और उनकी खास प्लानिंग ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे लगातार 12-14 घंटे पढ़ाई करती थीं और अपनी तैयारी को हाईलाइट पॉइंट्स पर केंद्रित करती थीं। उन्होंने मॉक टेस्ट देने के महत्व को समझा और इंटरव्यू की तैयारी के लिए भी इसे महत्व दिया।
डॉ. अक्षिता गुप्ता अब पंजाब कैडर की आईएएस अधिकारी हैं, और उनकी सफलता की कहानी सोशल मीडिया पर बहुत लोकप्रिय है। उनके जबरदस्त सफलता का यह संदेश है कि मेहनत, इच्छा और सही दिशा में प्रयास सफलता की कुंजी होती है। उनकी यह कहानी हमें यह सिखाती है कि कोई भी अगर सही दिशा में मेहनत करे तो उसकी कोई सीमा नहीं हो सकती।