सिविल सेवा परीक्षा को पास करना किसी भी विद्यार्थी के लिए एक बड़ा सपना होता है। यह सपना पूरे करने के लिए लाखों युवा हर साल यूपीएससी की तैयारी में लग जाते हैं, लेकिन कुछ ही उनमें से सफल हो पाते हैं। अनन्या सिंह, जो एक उत्तर प्रदेश की बड़ी शहरी प्रयागराज से आईएएस अधिकारी बनी हैं, ने इस सफलता की कठिन राह में पहले ही प्रयास में सफलता प्राप्त की।
अनन्या का सफर उनके बचपन से ही पढ़ाई में रुचि लेने से शुरू हुआ। उन्होंने स्कूली शिक्षा प्रयागराज में पूरी की, जहां उन्होंने उत्कृष्ट अकादमिक प्रदर्शन प्राप्त किया। अपनी 10वीं कक्षा में 96 प्रतिशत अंकों के साथ, और 12वीं कक्षा में 98.25 प्रतिशत अंकों के साथ, उन्होंने अपने प्रयागराज से आने वाले अकादमिक सफर को सशक्त बनाया। अपनी प्रारंभिक शिक्षा के बाद, वह दिल्ली के एक प्रसिद्ध कॉलेज में ग्रेजुएशन के लिए प्रवेश ले लिया, जहां से उन्होंने इकोनॉमिक्स में उत्कृष्ट उत्तीर्णता हासिल की।
अपने ग्रेजुएशन के दौरान, अनन्या ने अपना सपना पूरा करने के लिए यूपीएससी की तैयारी शुरू की। वह रोजाना कम से कम 8 घंटे पढ़ती थीं, जिससे उन्हें अपनी मेहनत का अच्छा फल मिला। सन् 2019 में, उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में ओल इंडिया में 51वीं रैंक हासिल की, जिससे उन्होंने अपने सपने को पूरा करते हुए अपने माता-पिता का नाम रोशन किया। यूपीएससी की तैयारी के दौरान, उन्होंने लेखन पर ध्यान दिया और सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय रहीं।
अनन्या सिंह की कहानी हमें यह सिखाती है कि सफलता के लिए मेहनत, लगन और सही दिशा सही समय पर उठाए गए कदम अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। उनका उदाहरण हमें प्रेरित करता है कि जीवन में हर मुश्किल को चुनौती मानकर, हमें अपने सपनों को पूरा करने के लिए अग्रसर होना चाहिए।