गुंजन ने अपने आईएएस (IAS) बनने के सपने को पूरा करने के लिए अपनी नौकरी को छोड़ दिया और यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में जुट गई। इस सफलता की कहानी में हर कदम पर असफलता का सामना करने के बावजूद भी उन्होंने हार नहीं मानी।
यूपीएससी की परीक्षा में हर साल लाखों छात्र भाग लेते हैं, लेकिन इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करना केवल कुछ हीं को नसीब होता है। ऐसे ही एक सफल अभ्यर्थी की कहानी है गुंजन सिंह की। उनका सफर आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपने सपनों को पूरा किया।
गुंजन ने उत्तर प्रदेश के कानपुर में रहकर इंजीनियर बनने का सपना देखा था। उन्होंने जेईई की परीक्षा पास की और आईआईटी रुड़की में एडमिशन लिया। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान उन्होंने इंटर्नशिप करते समय आसपास के बच्चों की मुश्किलों को देखा और उनके प्रति अपनी जिम्मेदारी महसूस की। इसके बाद उन्होंने सिविल सर्विसेज में जाने का निर्णय लिया।
गुंजन ने अपनी नौकरी को छोड़कर आईएएस अफसर बनने का सपना देखा। लेकिन इस सपने को पूरा करने के लिए उन्हें कई बार असफलता का सामना करना पड़ा। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और जीत के लिए लड़ते रहे। उनके परिवार के सदस्यों ने उन्हें हर कदम पर साथ दिया और उनका हौसला बढ़ाया। गुंजन ने तीसरी बार में परीक्षा में 16 वीं रैंक हासिल की और अपने सपने को पूरा किया।
गुंजन का संदेश है कि यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में प्लानिंग बहुत महत्वपूर्ण है। हर सप्ताह अपनी तैयारी का एनालिसिस करें और कमजोरियों पर काम करें। उन्होंने कहा कि बिना प्लानिंग के अभ्यर्थी भटक जाते हैं और सिलेबस कंप्लीट नहीं कर पाते। इसलिए, तैयारी के दौरान प्लानिंग को ध्यान में रखें और मेहनत करें।