अपर्णा ने नई घटनाओं पर नजर रखने के लिए टीवी देखकर और समाचार पत्र पढ़ते हुए दैनिक आधार पर नोट्स बनाए। उनका यह प्रयास उन्हें उस संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफलता दिलाने में मददगार साबित हुआ। यूपीएससी की परीक्षा काफी मुश्किल होती है और इसे पास करने के लिए अभ्यर्थी को कई प्रकार के प्रयास करने पड़ते हैं। अपर्णा रमेश ने अपनी पूर्णकालिक नौकरी के साथ ही इस परीक्षा को पास किया, जिसका उन्हें गर्व है।
अपर्णा का कहना है कि नौकरी के साथ समय का प्रबंधन और जीवन में संतुलन बनाना काफी कठिन था। उन्होंने इसके लिए लगातार प्रयास किए और अंततः सफलता हासिल की। उन्होंने लिखित परीक्षा में 825 अंक और पर्सनैलिटी टेस्ट में 171 अंक प्राप्त किए, जिससे उन्हें कुल 1004 अंक मिले। वे इस परीक्षा में 35वीं रैंक हासिल करने में सफल रहीं।
अपर्णा ने बताया कि जब उन्होंने पहली बार परीक्षा दी थी, तब उन्हें सफलता नहीं मिली थी, लेकिन दूसरे प्रयास में उन्हें यह सफलता मिली। 2020 की सिविल सेवा परीक्षा में भाग लेना उनका आखिरी प्रयास था। वे बताती हैं कि अगर उन्हें परीक्षा में सफलता नहीं मिलती, तो वे आज एक आर्टिटेक्ट और उर्बन प्लानर के रूप में काम कर रही होतीं।
अपर्णा ने कहा कि इतिहास, भूगोल, और अर्थशास्त्र के लिए उन्होंने केवल 11वीं और 12वीं कक्षा की एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाई की। राजनीति के लिए उन्होंने एम लक्ष्मीकांत की किताबें पढ़ीं और करंट अफेयर्स के लिए विजन आईएएस नोट्स का सहारा लिया। उन्होंने नवीनतम घटनाओं पर नजर रखने के लिए टीवी देखकर या समाचार पत्र पढ़कर दैनिक आधार पर नोट्स बनाए।
अपर्णा की कहानी सिद्ध करती है कि समय, मेहनत, और सही दिशा में प्रयास करने से कोई भी मुश्किल चुनौती को पार कर सकता है। उनकी संघर्षशीलता और परिश्रम ने उन्हें उनकी मंजिल तक पहुंचाया, जिससे उन्हें उनके लक्ष्य की प्राप्ति में सफलता मिली।