अनुदीप की कहानी वास्तव में प्रेरणादायक है। उन्होंने हार नहीं मानी, बल्कि लगातार प्रयास किए। उनकी कठिनाईयों के बावजूद, वे यूपीएससी परीक्षा में टॉप किए। हर साल हजारों छात्र यूपीएससी की परीक्षा में बैठते हैं, लेकिन बहुत कम छात्रों को सफलता मिलती है। यह सपना देखने वाले छात्र तैयारी में लग जाते हैं। चाहे जो भी पद मिले, उन्हें परीक्षा उत्तीर्ण करने का सपना पूरा हो जाता है।

अनुदीप की यह संघर्षपूर्ण यात्रा 2011 में BITS PILANI से शुरू हुई। उन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की, फिर गूगल जैसी कंपनी में काम किया, लेकिन उनका सपना सिविल सेवाओं में काम करने का था। उन्होंने अपने काम के दौरान ही सिविल सेवा की तैयारी शुरू की। तेलंगाना के निवासी अनुदीप ने 2012 में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी, लेकिन वहां उन्हें सफलता नहीं मिली।

अनुदीप दूरीशेट्टी

2013 में उन्हें 790 रैंक मिली, और उन्हें इंडियन रेवेन्यू सर्विस ऑफिसर का पद प्राप्त हुआ, लेकिन उनका लक्ष्य आईएएस था। 2017 में, उन्होंने अपनी मंजिल को हासिल किया, उन्होंने प्रथम रैंक हासिल की और अपना सपना पूरा किया। उन्हें यूपीएससी टॉपर का खिताब भी मिला। अनुदीप की कहानी हमें यह सिखाती है कि मेहनत, आत्मविश्वास, और अथक परिश्रम से कोई भी अपने सपनों को पूरा कर सकता है।

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