कई उम्मीदवार सही ऑप्शनल ना चुनने की वजह से यूपीएससी (UPSC) परीक्षा में असफल हो जाते हैं, लेकिन यह सिविल सेवा की तैयारी का सबसे महत्वपूर्ण स्टेप होता है। इसका सही चयन आपके सफलता के मार्ग को प्रभावित कर सकता है। आईएएस टॉपर Varjeet Walia की कहानी से हमें सही गाइडेंस मिलती है, जो उनके संघर्ष से भरी यात्रा का एक प्रेरणादायक उदाहरण है।
यूपीएससी सिविल सेवा (UPSC CSE) की तैयारी सही रणनीति और बेहतर प्लानिंग के साथ की जाए, तो सफलता मिलने में कम वक्त लगता है और उम्मीदवारों को असफलता के कठिन दौर से भी नहीं गुजरना पड़ता। ऑप्शनल सब्जेक्ट का चयन विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह आपके स्कोर को हासिल करने और सफलता दिलाने के लिए जरूरी होता है।
Varjeet Walia का सफर संघर्षपूर्ण रहा। पहले प्रयास में असफल होने के बाद उन्होंने ऑप्शनल विषय को बदला, लेकिन कुछ गलतियों के कारण दूसरे प्रयास में भी फेल हुए। तीसरे प्रयास में उन्हें अंततः सफलता मिली, जब उन्होंने UPSC में 577 रैंक हासिल की। उन्होंने चौथे प्रयास में भी एक बार फिर से प्रयास किया और इस बार उन्हें मंजिल मिल गई।
वर्जीत वालिया के मुताबिक, ऑप्शनल सब्जेक्ट चुनने से पहले आपको अपनी कमांड किस विषय पर सबसे ज्यादा है, उसे ध्यान में रखना चाहिए। आपने उस विषय के बारे में कितना पढ़ा है, और आपकी उसमें कितनी रुचि है, यह देखें। इसके अलावा, टॉपर्स के इंटरव्यू देखें और उनके अनुसार अपनी क्षमताओं का आकलन करें।
यूपीएससी की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को वर्जीत तीन महत्वपूर्ण बातें याद रखने की सलाह देते हैं – कड़ी मेहनत, धैर्य और निरंतरता। उनका मानना है कि अगर आप इन तीनों बातों को अपने दिमाग में बैठा लेते हैं, तो आप आसानी से सफलता हासिल कर सकते हैं। इसके अलावा, गलतियों से सीखना चाहिए और समय-समय पर मॉक टेस्ट देकर अपनी तैयारी का आकलन करना चाहिए।
वर्जीत वालिया की कहानी हमें यह सिखाती है कि सफलता के लिए मेहनत और सही दिशा में उत्साह से काम करना जरूरी होता है। वह अपने संघर्ष से हमें यह सीख देते हैं कि असफलता को अपने हाथों से दबाकर आगे बढ़ना हमारे हाथ में होता है। इसलिए, यूपीएससी की तैयारी में लगने वाले उम्मीदवारों को इस सफलता की कहानी से प्रेरित होकर अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर होना चाहिए।