मोहिता शर्मा, हिमाचल के कांगड़ा जिले की एक गाँव में उत्पन्न हुई और उनके प्रेरणादायक कथन युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बने। उन्होंने कम संसाधनों में भी यूपीएससी की तैयारी की और परीक्षा में सफलता प्राप्त की।
एक साधारण परिवार से आने के कारण उनके लिए यूपीएससी की परीक्षा पास करना आसान नहीं था। लेकिन उनके पिता ने उनकी शिक्षा में कोई कमी नहीं आने दी और उन्हें हमेशा पढ़ाई में सहायता प्रदान की। मोहिता की मेहनत और लगन ने उन्हें यूपीएससी की परीक्षा में सफल बनाया।
मोहिता ने स्कूली शिक्षा दिल्ली के एक प्रसिद्ध स्कूल से प्राप्त की। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार में इंजीनियरिंग की और इसके बाद यूपीएससी की तैयारी में जुट गई। इसके बावजूद, उन्हें पांच बार परीक्षा में सफल होने में समय लगा, लेकिन वह हार नहीं मानी।
इंटरनेट ने उनकी तैयारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, उन्होंने वहां से नोट्स बनाए और महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त की। इस प्रकार, उन्होंने अपने सपनों को साकार करने के लिए कठिनाईयों का सामना किया और अंत में अपनी मेहनत और लगन से यूपीएससी की परीक्षा पास की।
मोहिता शर्मा की कहानी हमें यह शिक्षा देती है कि संघर्ष और मेहनत से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। उनकी उपलब्धि साबित करती है कि सपनों को पूरा करने के लिए सही दिशा और संघर्ष जरूरी होता है।