नूपुर गोयल की सफलता की कहानी उनके संघर्ष और अथक मेहनत का प्रतीक है। पांच बार यूपीएससी (UPSC) में असफल होने के बावजूद, उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी और आखिरी प्रयास में आईएएस बनने का सपना पूरा किया।
नूपुर गोयल की सफलता की कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि सफलता के लिए अगर हम अपने लक्ष्य की दिशा में लगातार कदम बढ़ाते रहें, तो हमें अपने मंजिल तक जरूर पहुंचने का मौका मिलता है।
नूपुर गोयल का जन्म दिल्ली के नरेला में हुआ था। उन्हें बचपन से ही पढ़ाई में रुचि थी, लेकिन उनके लिए यूपीएससी की तैयारी करना और उसमें सफल होना एक बड़ा चुनौतीपूर्ण काम था।
नूपुर ने अपने जीवन में कई माध्यमों से शिक्षा प्राप्त की, जिसमें इंजीनियरिंग की डिग्री और पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स शामिल है। उन्होंने अपने अंकल के साथ सीख की और उनकी प्रेरणा से यूपीएससी की तैयारी शुरू की।
साल 2014 में नूपुर ने पहली बार UPSC की परीक्षा दी, लेकिन इंटरव्यू में सफलता नहीं मिली। इसके बाद, उन्होंने कई बार प्रयास किया, परंतु असफल रहीं। उन्होंने अपने संघर्षों के बावजूद हार नहीं मानी और आखिरकार 2019 में उन्हें आईएएस का सपना पूरा हुआ।
नूपुर गोयल की सफलता की कहानी हमें यह सिखाती है कि जीत के लिए मेहनत और लगन की कोई सीमा नहीं होती। उन्होंने अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए हर संभावित प्रयास किया और अंत में सफलता मिली।
नूपुर गोयल की सलाह के अनुसार, यूपीएससी की तैयारी के दौरान उम्मीदवारों को अपनी मेहनत को हमेशा महत्व देना चाहिए और हार नहीं मानना चाहिए। वे सुझाव देती हैं कि नियमित रूप से मॉक टेस्ट देना चाहिए और प्रश्न पत्रों का समाधान करना चाहिए। इसके अलावा, वह सिविल सेवा की तैयारी में निरंतर अभ्यास और प्रयास करने का सुझाव देती हैं।