जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के एक छोटे से गांव में जन्मे और पले बड़े गुलाम माया दीन ने अपने परिश्रम और लगन से यूपीएससी की परीक्षा में 388वीं रैंक हासिल की है। इस सफलता की कहानी में उन्होंने बताया कि जीवन की हर मुश्किल को हौसले से पार किया जा सकता है।

गुलाम माया दीन का सपना हमेशा से ही सिविल सेवा में काम करने का था। वे अपनी स्कूली शिक्षा राजौरी में पूरी की और फिर जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज से अपनी मेडिकल पढ़ाई पूरी की। यूपीएससी के अलावा वे कई अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में भी उत्तीर्ण हो चुके हैं।

गुलाम माया दीन

गुलाम माया दीन का कहना है कि उनकी इस सफलता के पीछे उनके परिवार का बड़ा हाथ है। उनके माता-पिता और बहनों ने उन्हें हमेशा समर्थन और प्रेरणा दी है।

गुलाम माया दीन की इस सफलता से न केवल उनका गांव बल्कि पूरा राजौरी भी गर्व महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि उनके गांव में अब पढ़ाई को लेकर लोगों की सोच में बदलाव आया है और अब लोग अपने सपनों को पूरा करने के लिए उत्साहित हैं।

उन्होंने आगे कहा कि आने वाले समय में दूरदराज के इलाकों में रहने वाले उम्मीदवारों के लिए ऐसी परीक्षाओं की तैयारी करना और सफल होना आसान हो जाएगा।

गुलाम माया दीन की यह कहानी हमें यह सिखाती है कि मेहनत, लगन और सही दिशा में प्रयास करने से कोई भी मुश्किल हाल हो सकती है। वे अपने संघर्ष से दिखा रहे हैं कि कठिनाइयों को अपने सामने मात्र एक चुनौती मानकर उन्हें पार किया जा सकता है।

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