अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के विधि विभाग की एक छात्रा, प्रिंसी भारद्वाज की कहानी अब अमेरिका में गौरवान्वित है। अमेरिकन काउंसलिंग संस्था ने उन्हें अपना हिस्सा बनाने का मौका दिया है। अलग-अलग देशों के 50 छात्र-छात्राओं में से प्रिंसी को चुना गया है।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं की मेहनत और प्रयासों से यह विश्वविद्यालय अब विदेशों तक अपनी महत्ता बढ़ा रहा है। अमेरिका में अपने नाम को बुलंद करने वाली यह कहानी अब उसी चमक और तारीक़ में चमक रही है।
प्रिंसी भारद्वाज की उपलब्धि ने अलीगढ़ का नाम अमेरिका में उच्च स्थान पर स्थापित किया है। वे अपने देश का नाम रोशन करते हुए अमेरिका में अपना परचम लहरा रही हैं।
प्रिंसी भारद्वाज की शुरुआत उन्होंने 2016 में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में की थी। उन्होंने अपने अध्ययन के साथ-साथ अमेरिका के कार्यक्रमों में भाग लेने का भी संघर्ष किया। अपनी लगातार की मेहनत और प्रयासों के बाद, वे अमेरिका में एक प्रतिष्ठित संस्था द्वारा चुने गए हैं।
उन्होंने अमेरिका के यहां अपना सपना देखा है और अपने उद्देश्यों की दिशा में कदम बढ़ाया है। उनका सपना है कि वह न्यायपालिका में जाकर अपने देश के लोगों के लिए न्याय का प्रवाह सुनिश्चित करें।
प्रिंसी भारद्वाज के परिवार का भी यह उत्साह है कि उनकी बेटी ने अमेरिका में अपना नाम रोशन किया है। उनके पिता अजय भारद्वाज कहते हैं कि उन्होंने हमेशा से अपनी बेटी के सपनों का समर्थन किया है।
अमेरिकी संस्था अमेरिकन काउंसलिंग द्वारा चयनित होना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इसमें छात्रों की प्रतिभा और उनकी पर्सनैलिटी डेवलपमेंट को महत्त्व दिया जाता है। यह एक संघर्षपूर्ण सफलता का प्रतीक है जो प्रिंसी भारद्वाज के जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ बना है।