आईएएस अधिकारी विजय वर्धन के अनुसार, सफल UPSC परीक्षा का रहस्य उम्मीदवार के अपने अटूट विश्वास में छिपा है। वे कहते हैं कि जो व्यक्ति अपनी क्षमता पर पूरा विश्वास रखता है और अपने लक्ष्य की दिशा में अटूट प्रयास करता है, उसे सफलता जरूर मिलती है।
सिविल सेवा परीक्षा ऐसी महत्वपूर्ण परीक्षा है जिसमें सफलता प्राप्त करना कठिन होता है। असफलता के बाद कई उम्मीदवार निराश हो जाते हैं और प्रयास करना बंद कर देते हैं। लेकिन जो लोग असफलता के बाद भी धैर्य और संघर्ष का साथ निभाते हैं, उन्हें अंत में सफलता जरूर मिलती है। विजय वर्धन की भी यही कहानी है।
हरियाणा के रहने वाले विजय वर्धन ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सिरसा से प्राप्त की। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बी.टेक. की उपाधि हासिल की और फिर यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली गए। वहाँ उन्होंने करीब 30 प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लिया, लेकिन किसी में भी सफल नहीं हुए।
हालांकि, उन्होंने निराश नहीं होकर अपनी तैयारी जारी रखी। उनका प्रयास और धैर्य 2018 में उन्हें सफलता दिलाई, जब उन्होंने यूपीएससी पास की और आईपीएस अधिकारी बने। यह सफलता उन्हें खुशी और संतुष्टि नहीं दिलाई, और वे फिर से 2021 में UPSC परीक्षा की तैयारी करने लगे। इस बार भी उन्हें सफलता मिली और वे आईएएस अधिकारी बने।
विजय वर्धन ने सिविल सेवा के उम्मीदवारों को सलाह दी है कि वे खुद पर और अपनी क्षमता पर विश्वास रखें। उन्होंने कहा कि हर उम्मीदवार अपने लिए सबसे अच्छा शिक्षक होता है। उम्मीदवार को अपने लक्ष्य की दिशा में अपना ध्यान केंद्रित रखना चाहिए और हर मुश्किल को धैर्य और संघर्ष के साथ पार करना चाहिए।
इस प्रेरणादायक कथन से स्पष्ट होता है कि सफलता का मार्ग वास्तव में धैर्य, प्रयत्न और आत्म-विश्वास से ही प्रशस्त होता है। इसलिए, UPSC परीक्षा की तैयारी करते समय उम्मीदवार को अपने अटूट विश्वास में धैर्य बनाए रखना चाहिए।