आईएएस की परीक्षा को पास करना भारतीय युवाओं का सपना होता है, लेकिन इसे पहले ही प्रयास में हासिल करना कोई आसान काम नहीं है। लेकिन एक ऐसी प्रेरणादायक कहानी है सौम्या पांडे की, जिन्होंने अपने पहले प्रयास में ही IAS बनने का सपना पूरा किया।
UPSC की परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। हर साल लाखों युवा इस परीक्षा की तैयारी करते हैं, लेकिन सफलता का सिर्फ कुछ ही को भाग्यशाली होता है। इस भावनापूर्ण सफलता में से एक हैं सौम्या पांडे, जो 2017 बैच की युवा IAS अधिकारी हैं, और उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले की निवासी हैं।
सौम्या ने अपने सफलता के पीछे लगातार मेहनत और धैर्य की मिसाल पेश की है। उन्होंने अपनी तैयारी के लिए खुद को NCERT की किताबों के प्रयोग की सलाह दी, जो बेहतरीन विकल्प होती हैं।
अपनी शिक्षा की बात करें तो सौम्या ने दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज से राजनीति विज्ञान में स्नातक की पढ़ाई की, और फिर नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी, बैंगलोर से पब्लिक पालिसी में मास्टर की पढ़ाई की।
सौम्या का सफर आसान नहीं था, उन्हें कई चुनौतियों और कठिनाइयों से गुजरना पड़ा, लेकिन उनकी दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत ने उन्हें सफलता के शिखर पर पहुंचाया।
उनकी पहली पोस्टिंग में मथुरा जिले के सहायक कलेक्टर के रूप में नियुक्ति मिली, जहां उन्होंने कई विकास परियोजनाओं को लागू करने पर ध्यान केंद्रित किया।
उनके काम को पहचान और सराहा गया, और उन्हें 2020 में “सर्वश्रेष्ठ कलेक्टर” पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सौम्या की सफलता की कहानी हमें यह बताती है कि हार नहीं, मेहनत और संकल्प से कोई भी अपने सपनों को पूरा कर सकता है, और समाज के लिए सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।