परिवहन निगम ने बसों की लाइव लोकेशन की सुविधा को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है, जिससे यात्रियों को यात्रा करने में अधिक सुविधा मिले। निगम मुख्यालय में कमांड सेंटर का शुरू होने के बाद, एक ऐप भी तैयार किया गया है, जो यात्रियों को बसों की लोकेशन के बारे में संदेश भेजेगा। लेकिन आचार संहिता की वजह से यह सुविधा अभी तक लॉन्च नहीं की गई है।
लखनऊ के निवासी सुशील कुमार के अनुसार, यह प्रक्रिया आगे बढ़ेगी जब आचार संहिता हट जाएगी। जून माह में, ऐप की लॉन्चिंग के साथ ही यह सुविधा उपलब्ध हो जाएगी, जिससे यात्रियों को बसों की लोकेशन का पता चलेगा।
इसके साथ ही, निर्भया फंड योजना के तहत बसों में पैनिक बटन के साथ-साथ, परिवहन निगम लाइव लोकेशन के लिए ट्रैकिंग डिवाइस भी लगा रहा है। कमांड सेंटर का उद्घाटन हो चुका है और ट्रॉयल भी पूरा हो चुका है।
हालांकि, जब तक आचार संहिता हटता नहीं है, ऐप लॉन्च नहीं होगा। तब तक, चुनाव खत्म होने का इंतजार किया जा रहा है और उन्हें संचालन करने की कोशिश की जा रही है।
एप की लॉन्चिंग के बाद, यात्रियों को बसों की लाइव अपडेट मिलेगी, जैसे कि बस की स्थिति, पहुंचने का समय, उपलब्ध सीटों की संख्या, एडवांस बुकिंग, गाड़ी की गति, रुकावटों का संदेश आदि। इसके साथ ही, पीछे आने वाली बसों का ब्योरा भी मिलेगा। बसों में पैनिक बटन भी लगा है, जो आपात स्थितियों में सूचना पहुंचाएगा। इसके बाद, कमांड सेंटर में जानकारी पहुंचने के बाद तत्काल चालक और कंडक्टर से संपर्क किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर मदद प्रदान की जाएगी।
परिवहन निगम की बसों में ऑनलाइन और यूपीआई से भुगतान की संख्या में वृद्धि हो रही है, और लाइव ट्रैकिंग की सुविधा के आने के बाद यह और भी बढ़ेगी। सितंबर 2023 में, प्रदेश भर की बसों में यूपीआई से भुगतान की सुविधा शुरू हुई थी और इसकी संख्या में वृद्धि हो रही है। जल्द ही, ऑनलाइन भुगतान की सुविधा 4000 बसों में उपलब्ध होगी।