यूपीएससी की परीक्षा में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाली सृष्टि जयंत देशमुख की कहानी एक जीवनसाथी और आदर्श के रूप में चमकती है। उन्होंने पहली कोशिश में ही ऑल इंडिया रैंक 5 हासिल की थी, जिससे उनकी अद्वितीयता और मेहनत का प्रमाण मिला।
सृष्टि देशमुख: सृष्टि की सादगी और संवेदनशीलता उन्हें एक अनूठा और प्रेरणादायक व्यक्ति बनाती है। वे एक आम व्यक्ति की तरह दिखाई देती हैं, जिसमें अमीरी की चमक या शान नहीं है, लेकिन उनकी नियति और मेहनत में उन्नति का अद्भुत साक्षी है। उनका नेतृत्व और सरलता अन्यों को प्रेरित करता है।
सृष्टि ने हमेशा उस सिद्धांत पर अपना विश्वास बनाया कि जो कठिन लगता है, वो असल में अत्यधिक कठिन नहीं होता। वे सदैव ईमानदारी से प्रयास करती रहीं और समझती रहीं कि सफलता की कीमत कठिनाईयों के साथ आती है।
वे न केवल यूपीएससी की तैयारी करते समय बल्कि अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई के समय भी प्रतिस्पर्धा को सामना किया। उन्होंने आत्म-संयंत्रण और नियमितता के साथ अपने लक्ष्य की ओर प्रगति की।
एक अन्य अहम सीख जो सृष्टि हमें देती है, वह है समय का मूल्य। उनका सोशल मीडिया के प्रति अधिकार और सामयिकता का दृढ़ नियम उनके सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सृष्टि की कहानी हमें सिखाती है कि अपने लक्ष्यों के प्रति निष्ठा और धैर्य से सफलता हासिल की जा सकती है। उन्होंने सिद्ध किया कि पहले मौके को आखिरी मानकर अपनी तैयारी में समर्पित रहना कितना महत्वपूर्ण है।