नवादा: बिहार के नवादा किऊल गया रेलवे लाइन के वारिसलीगंज से नवादा के बीच में रेलवे ट्रैक दोहरीकरण का कार्य पूरा हो गया है। अब इस पर तेज रफ्तार ट्रेनों का ट्रायल और परिचालन शुरू किया गया है। वारिसलीगंज से काशीचक तक इस ट्रैक का दोहरीकरण पहले ही पूरा कर लिया गया था, जिस पर ट्रेनें पहले से ही चल रही हैं। अब नवादा रेलवे स्टेशन तक तेज रफ्तार ट्रेनें चलने लगेंगी।
गांव के लोगों को जागरूक किया जा रहा है। पूर्व मध्य रेलवे क्षेत्र में दानापुर मंडल के केजी रेलखंड के वारिसलीगंज-नवादा रेलवे लाइन का दोहरीकरण कार्य पूरा हो गया है। शुक्रवार को वारिसलीगंज स्टेशन प्रबंधक अवधेश कुमार सुमन ने बताया कि वारिसलीगंज-नवादा रेलवे लाइन के किनारे बसे गांव वासियों को जागरूक करने का कार्य ई-रिक्शा में माइक और साउंड सिस्टम के माध्यम से किया जा रहा है। गांव के लोगों को रेलवे ट्रैक से दूर रहने और मवेशियों, बच्चों, और अन्य जीवों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
तेज रफ्तार ट्रेनों का ट्रायल शुरू हो गया है। बताया गया है कि वारिसलीगंज-नवादा रेलवे लाइन का दोहरीकरण कार्य पूरा होने के बाद अब तेज रफ्तार ट्रेनों का ट्रायल शुरू हो गया है। ट्रायल पूरा होने के बाद रेलवे द्वारा तेज रफ्तार ट्रेनों का संचालन शुरू किया जाएगा। रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण से रेल यात्रियों में आनंद है, हालांकि वारिसलीगंज प्रखंड के मकनपुर और हाजीपुर पंचायत के बड़े-छोटे गांवों के लोगों को वारिसलीगंज जाने-आने का रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है। जो भी वाहन या व्यक्ति इस रेलवे ट्रैक को पार करने की कोशिश करेगा, उसे बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। अन्यथा, दुर्घटना हो सकती है।
ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है। रेलवे लाइन के पूर्वी दिशा में बसे मकनपुर पंचायत के सफीगंज, मसूदा, कोल्हाबीघा हाजीपुर के मय, मोतालिफ चक, बढ़नपुर, चुल्हाय बीघा, और मंजौर पंचायत के लोगों को एसएच-83 सड़क तक पहुंचने के लिए केजी रेलखंड के दोहरीकृत रेलवे लाइन के खतरों के बारे में जागरूक होने की जरूरत है। इन गांवों के ग्रामीणों ने दोहरीकरण कार्य के समय काफी प्रदर्शन किया था, लेकिन अब जब काम पूरा हो गया है, तो इस क्षेत्र में बसे ग्रामीण महसूस कर रहे हैं।