मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव की तपस्या परिहार ने अपने दूसरे प्रयास में ऑल इंडिया रैंक 23 के साथ यूपीएससी सीएसई परीक्षा में टॉप किया था। उनकी यह सफलता एक मिसाल है जो दिखाती है कि सपनों को पूरा करने के लिए केवल इच्छा और मेहनत की आवश्यकता होती है।
तपस्या परिहार की सफलता की कहानी:
शुरुआती शिक्षा: तपस्या बचपन से ही पढ़ाई में उत्कृष्ट थीं। उन्होंने हमेशा ही अध्ययन में प्रवीणता दिखाई और अपने स्कूली वर्षों में टॉप किया। उन्होंने नरसिंहपुर के सेंट्रल स्कूल से अपनी शिक्षा प्राप्त की और यहां से ही उनका सपना आईएएस ऑफिसर बनने का आरंभ हुआ।
यूपीएससी की तैयारी: तपस्या ने ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद अपनी तैयारी की और यूपीएससी सीएसई की परीक्षा की तैयारी के लिए दिल्ली आई। उन्होंने सोसाइटीज़ लॉ कॉलेज, पुणे से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई की थी। उन्होंने अपने लक्ष्य के प्रति पूर्ण समर्पण दिखाया और तैयारी में कोई कमी नहीं रखी।
सफलता का सफर: पहले प्रयास में उन्हें सफलता नहीं मिली, लेकिन उन्होंने उठाई थी प्रतिस्पर्धा का मुकाबला। उन्होंने कोचिंग छोड़ दी और अपने आत्मविश्वास के साथ स्वतंत्र अध्ययन की शुरुआत की। उनकी मेहनत और निरंतर प्रयास ने उन्हें यूपीएससी की परीक्षा में उत्तीर्ण किया और उन्हें इस सफलता का अनुभव प्राप्त हुआ।
सफलता के लिए संघर्ष: तपस्या का कहना है कि सफलता के लिए मेहनत की आवश्यकता होती है। उन्होंने निरंतर अध्ययन, मॉक टेस्ट, और स्वयं को सुधारने का प्रयास किया। उन्होंने अपने लक्ष्य को साधने के लिए संघर्ष किया और अपने सपनों को हासिल किया।
समापन: तपस्या की सफलता की कहानी हमें यह सिखाती है कि सपनों को पूरा करने के लिए केवल मेहनत और लगन ही काफी नहीं होती, बल्कि उसके पीछे लगी संघर्ष और अटूट इच्छाशक्ति भी जरूरी होती है। तपस्या की यह सफलता हमें यह संदेश देती है कि किसी भी स्थिति में हार नहीं माननी चाहिए, बल्कि अपने लक्ष्य की दिशा में अग्रसर होना चाहिए।