रोमा श्रीवास्तव एक ऐसी मिसाल हैं जोने अपने चौथे प्रयास में ही यूपीएससी सीएसई परीक्षा में 2019 के रैंक 70 के साथ पास की थी। इससे पहले भी, उन्होंने दो बार परीक्षा दी थी, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली थी। उनका यह प्रयास एक संदर्भ है कि सफलता के लिए आगे बढ़ने की आत्मा और अथक मेहनत ही महत्वपूर्ण होती है।

रोमा श्रीवास्तव की सफलता की कहानी:

प्रिपरेशन रणनीति: रोमा ने अपनी प्रिपरेशन को अपने पहले दो प्रयासों के साथ तुलना करते हुए एकदम नया दृष्टिकोण दिया। उनका विशेष ध्यान इंटरनेट पर उपलब्ध सामग्री का उपयोग करने पर था, जहां वे विभिन्न ट्यूटोरियल्स और मॉक टेस्ट ले सकती थीं।

रोमा श्रीवास्तव

अगले प्रयासों का सफर: रोमा का प्रथम प्रयास 2016 में था, जब उन्हें सफलता नहीं मिली थी। फिर उन्होंने 2017 में पुनः प्रयास किया और सेलेक्ट हो गईं, लेकिन उन्हें इंडियन पोस्ट एंड टेलीकॉम सर्विस मिली। फिर 2018 में, वे पुनः चयनित हुईं और इस बार उन्हें आईपीएस सेवा मिली। उन्होंने अपने सपने की पूर्ति के लिए तब तक प्रयास किया, जब तक कि वे आईएएस पद पर स्थान नहीं प्राप्त कर लिया।

तैयारी की अनूठी रणनीति: रोमा ने कभी कोचिंग नहीं ली और अपनी तैयारी के लिए अपने वक्त का उपयोग इंटरनेट पर उपलब्ध सामग्री का उपयोग करके किया। उन्होंने यूट्यूब को अपना मुख्य संसाधन माना और वहां से विभिन्न विषयों पर ट्यूटोरियल्स और पाठ्यक्रमों को पढ़ा।

सलाह और उपयोगी टिप्स: रोमा का कहना है कि प्रीलिम्स के लिए सीधे सीधे कट-ऑफ मार्क्स पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, आपको परीक्षा की पूरी तैयारी करने पर फोकस करना चाहिए। उनका मानना है कि अधिक अंक लाने की चाह नहीं, बल्कि सही समय पर अच्छे से तैयारी करने में होती है।

रोमा की कहानी हमें यह सिखाती है कि सफलता के लिए आत्म-समर्पण और सही रणनीति का उपयोग करना कितना महत्वपूर्ण है। उनकी यह कहानी हमें यह भी दिखाती है कि कोई भी लक्ष्य अदृश्य नहीं है, अगर हम अपने मन और उत्साह के साथ उसकी दिशा में प्रयत्नशील रहते हैं।

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