यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) में सफलता हासिल करना एक बहुत बड़ी उपलब्धि होती है, जिसमें बहुत मेहनत और समर्पण की आवश्यकता होती है। बहुत कम लोग इस चुनौतीपूर्ण परीक्षा में सफलता प्राप्त कर पाते हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही युवा की कहानी बताएंगे जिन्होंने लगातार तीन बार इस परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। हम बात कर रहे हैं अमृत जैन की, जिन्होंने न केवल यूपीएससी परीक्षा पास की बल्कि हर बार अपनी रैंक में सुधार भी किया।
भीलवाड़ा से हुई स्कूली पढ़ाई
अमृत जैन राजस्थान के भीलवाड़ा के निवासी हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा भीलवाड़ा में ही पूरी की। अमृत के पिता उत्तमचंद एक बिजनेसमैन हैं और उनकी मां मीनाक्षी जैन एक ट्यूटर हैं। अमृत अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देते हैं, जिन्होंने हर कदम पर उनका समर्थन किया। अमृत ने इंजीनियरिंग में स्नातक किया है और उनकी सोशल मीडिया पर भी अच्छी-खासी फैन फॉलोइंग है।
लगातार तीन बार सफलता
अमृत ने पहली बार 2018 में यूपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त की थी, जिसमें उन्होंने 400वीं रैंक हासिल की थी। इसके बाद 2019 में उन्होंने 321वीं रैंक प्राप्त की और 2020 में उन्होंने 96वीं रैंक हासिल की। यह अमृत का लगातार तीसरा सफल प्रयास था।
साथ में की पढ़ाई
अमृत बताते हैं कि 2020 में 96वीं रैंक हासिल करने से पहले उन्होंने डीआरडीओ (DRDO) में ट्रेनिंग के दौरान पूरी तैयारी की। खास बात यह है कि उन्होंने किसी भी कोचिंग का सहारा नहीं लिया। अमृत और उनके बैच के कई साथी मिलकर पढ़ाई करते थे, जिससे उन्हें काफी मदद मिली।
उम्मीदवारों को दी ये सलाह
अमृत जैन यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को सलाह देते हैं कि प्रीलिम्स परीक्षा में सफलता पाने के लिए अखबारों और मैगज़ीन की मदद से शॉर्ट नोट्स बनाएं और उन्हें नियमित रूप से रिवाइज करते रहें। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि उम्मीदवार शेड्यूल बनाकर परीक्षा के टेस्ट पेपर को सॉल्व करें, जिससे उन्हें परीक्षा पैटर्न और समय प्रबंधन में मदद मिलेगी।
अमृत जैन की यह कहानी उन सभी उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा है जो यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। उनके द्वारा दी गई सलाहों को ध्यान में रखते हुए और अपनी मेहनत और समर्पण के साथ, कोई भी उम्मीदवार इस कठिन परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकता है।