सिमी करन ने 2019 में पहली बार में ही UPSC CSE परीक्षा पास की और उसी साल IIT से इंजीनियरिंग की डिग्री भी हासिल की। उनकी इस दोहरी सफलता ने सबको हैरान कर दिया। ओडिशा की रहने वाली सिमी ने अपनी मेहनत और सही योजना से यह मुकाम हासिल किया। उन्होंने दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिए एक इंटरव्यू में अपने इस सफर के बारे में विस्तार से बताया।
ओडिशा की सिमी
सिमी का जन्म ओडिशा में हुआ, लेकिन उनकी परवरिश और शुरुआती शिक्षा भिलाई में हुई। वे हमेशा से एक होनहार छात्रा रही हैं और हर कक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करती थीं। बारहवीं के बाद सिमी ने IIT का एंट्रेंस पास किया और वहां से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। अपनी इंटर्नशिप के दौरान वे पास के स्लम एरिया में बच्चों को पढ़ाने गईं, जहाँ से उनके मन में समाज सेवा करने का विचार आया और उन्होंने UPSC के क्षेत्र में जाने का फैसला किया।
तैयारी की शुरुआत
सिमी ने अपनी तैयारी की शुरुआत टॉपर्स के इंटरव्यू देखकर और इंटरनेट की मदद से बुक लिस्ट तैयार करके की। उन्होंने स्टैंडर्ड बुक्स का चयन किया और बार-बार रिवीजन करने पर जोर दिया। सिमी के अनुसार, UPSC सिलेबस को छोटे हिस्सों में बांटकर पढ़ाई करने से यह बोझिल नहीं लगता।
प्रीलिम्स की तैयारी
प्रीलिम्स के लिए सिमी ने रिवीजन और मॉक टेस्ट पर ध्यान केंद्रित किया। उनके अनुसार, जितनी बार हो सके किताबों को रिवाइज करें और मॉक टेस्ट से अपनी तैयारी की जांच करें ताकि कमजोर क्षेत्रों को सुधारा जा सके।
आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस
सिमी के अनुसार, आंसर राइटिंग प्रैक्टिस के बिना सारी तैयारी बेकार है। उन्होंने सलाह दी कि जैसे ही पर्याप्त जानकारी हो, आंसर लिखने की प्रैक्टिस शुरू कर देनी चाहिए। प्रारंभ में प्रदर्शन अच्छा न भी हो, तो घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि अभ्यास से ही सुधार होगा।
टाइम मैनेजमेंट
सिमी की सफलता का एक बड़ा हिस्सा टाइम मैनेजमेंट था। ग्रेजुएशन और UPSC की तैयारी साथ में करने के लिए सिमी ने बहुत ही संतुलित दृष्टिकोण अपनाया। उन्होंने क्लासेस के बीच में समय निकालकर पढ़ाई की, पार्टी और फेयरवेल्स को छोड़कर अपने लक्ष्य पर फोकस किया, और ई-नोट्स को हमेशा अपने साथ रखा ताकि मौका मिलते ही उन्हें दोहरा सकें।
सिमी की कहानी यह सिखाती है कि सही योजना और कड़ी मेहनत से कठिन से कठिन लक्ष्य भी हासिल किए जा सकते हैं। उनकी सफलता न केवल प्रेरणादायक है बल्कि यह भी साबित करती है कि अगर आपका लक्ष्य स्पष्ट है और आप सही दिशा में मेहनत करते हैं, तो कुछ भी असंभव नहीं है।