IAS अनुपमा अंजली की सफलता की कहानी हमें यह सिखाती है कि UPSC की तैयारी के दौरान खुद को बीच-बीच में रिफ्रेश करना बेहद महत्वपूर्ण है। इस प्रक्रिया से न केवल आपको सकारात्मक परिणाम मिलेंगे, बल्कि आप लंबे समय तक खुद को प्रेरित भी रख सकेंगे।
IAS टॉपर अनुपमा अंजली की सफलता की कहानी:
सिविल सेवा में सफलता पाने के लिए केवल पढ़ाई पर ध्यान देना ही पर्याप्त नहीं होता। यूपीएससी में सफलता प्राप्त करने के लिए समग्र विकास आवश्यक है। आईएएस अनुपमा अंजली ने न केवल पढ़ाई पर ध्यान दिया, बल्कि खुद को मानसिक रूप से फिट भी रखा। वे बीच-बीच में खुद को रिफ्रेश करती रहीं, जिससे उनकी तैयारी और मजबूत हो गई। उनकी इस रणनीति ने उन्हें सिविल सेवा में सफलता दिलाई। आइए, उनसे कुछ महत्वपूर्ण बातें जानें।
नेगेटिव विचारों से बचें:
अनुपमा के अनुसार, UPSC की तैयारी के दौरान नकारात्मक विचार आना आम बात है और इससे लोग अक्सर उदास महसूस करते हैं। यह स्थिति तैयारी के किसी भी चरण में आ सकती है। इससे उबरने के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना और खुद को प्रेरित करना आवश्यक है। बीच-बीच में कुछ ऐसा करें जिससे आपका मूड ताजगी से भर जाए और आप दोबारा मेहनत के लिए ऊर्जा महसूस करें। इसके लिए एक्स्ट्राकरिकुलर गतिविधियों का सहारा लिया जा सकता है।
एक्सरसाइज और मेडिटेशन का महत्व:
अनुपमा अंजली के अनुसार, पढ़ाई के साथ-साथ नियमित ब्रेक लेना और इस दौरान एक्सरसाइज और मेडिटेशन पर ध्यान देना जरूरी है। इससे आप मानसिक रूप से मजबूत बनेंगे और प्रेरित महसूस करेंगे। उनका मानना है कि हर व्यक्ति को रोजाना थोड़ी देर एक्सरसाइज और मेडिटेशन जरूर करना चाहिए। इससे आप शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहेंगे और चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनेंगे।
अन्य उम्मीदवारों के लिए अनुपमा की सलाह:
अनुपमा का मानना है कि UPSC की तैयारी के दौरान सभी प्रकार के विकर्षणों से दूर रहना चाहिए। दोस्तों के साथ पार्टी करने या किसी फंक्शन में शामिल होने के बजाय, परीक्षा की तैयारी पर ध्यान केंद्रित करना अधिक महत्वपूर्ण है। यह कठिन हो सकता है, लेकिन इसका परिणाम आपके लिए लाभदायक होगा। आप खुद को रिफ्रेश करने के लिए अपनी पसंद की कोई गतिविधि कर सकते हैं। वे कहती हैं कि निरंतर सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ तैयारी करके सफलता प्राप्त की जा सकती है।
IAS अनुपमा अंजली की कहानी हमें सिखाती है कि UPSC की तैयारी में पढ़ाई के साथ-साथ खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से फिट रखना भी जरूरी है। सकारात्मक दृष्टिकोण, नियमित ब्रेक, एक्सरसाइज, और मेडिटेशन की मदद से आप अपनी तैयारी को और प्रभावी बना सकते हैं और सफलता की ओर अग्रसर हो सकते हैं।