Jayant Nahata की सफलता की कहानी:
जो उम्मीदवार सिविल सेवा के प्री-एग्जाम में सफल होते हैं, उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ जाता है, जिससे मेन्स और इंटरव्यू में भी उन्हें फायदा मिलता है। देश के लाखों युवा हर साल सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होते हैं। UPSC का पहला चरण प्रीलिमिनरी परीक्षा होता है। इसमें जो उम्मीदवार सफल हो जाते हैं, उन्हें मेन्स परीक्षा में शामिल होने का अवसर मिलता है। लेकिन बड़ी संख्या में लोग प्री एग्जाम में छोटी-छोटी गलतियों की वजह से असफल हो जाते हैं, जिससे उनकी तैयारी और आत्मविश्वास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
IAS टॉपर Jayant Nahata की सफलता की कहानी:
जयंत नहाता ने UPSC परीक्षा 2020 में ऑल इंडिया रैंक 56 हासिल की। उन्होंने तीसरे प्रयास में IAS बनने का सपना पूरा किया। उनकी सफलता की खास बात यह है कि उन्होंने तीनों बार प्री-एग्जाम में अच्छे अंक प्राप्त किए, जिससे उनका आत्मविश्वास बना रहा और सभी प्रयासों में उनकी तैयारी मजबूत रही।
शुरुआती सफर:
जयंत नहाता कोलकाता के रहने वाले हैं, लेकिन उनका अधिकतर समय दिल्ली में बीता। वे शुरू से ही पढ़ाई में होशियार थे और इंटरमीडिएट के बाद उन्होंने JEE परीक्षा उत्तीर्ण की। उन्होंने IIT दिल्ली से बीटेक और एमटेक की डिग्री हासिल की। उन्हें नौकरी के कई ऑफर मिले, लेकिन उनका मन सिविल सेवा में जाने का था, इसलिए उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू की। जयंत ने तैयारी के लिए एक बेहतरीन शेड्यूल और रणनीति बनाई, जो सफल साबित हुई।
प्रीलिम्स के लिए रणनीति:
जयंत के अनुसार, UPSC प्रीलिम्स परीक्षा की तैयारी के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। अगर आप इसमें सफल हो जाते हैं, तो भविष्य में निराशा का सामना नहीं करना पड़ेगा। वे कहते हैं कि सभी उम्मीदवार सबसे पहले अपना बेस मजबूत करें। हर दिन करंट अफेयर्स पढ़ें और सिलेबस को समझकर स्टडी मटेरियल तैयार करें। अपनी क्षमताओं के अनुसार पढ़ाई के घंटे तय करें और सही शेड्यूल बनाकर तैयारी में जुट जाएं।
अन्य उम्मीदवारों को जयंत की सलाह:
UPSC की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को जयंत कड़ी मेहनत और समर्पण के साथ तैयारी करने की सलाह देते हैं। उनके अनुसार, अगर आप UPSC की तैयारी करना चाहते हैं, तो आपको लगातार बेहतर रणनीति के साथ आगे बढ़ना होगा। कड़ी मेहनत, सही रणनीति, अधिकतम रिवीजन, आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस और सकारात्मक दृष्टिकोण सफलता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
जयंत नहाता की सफलता की कहानी हमें सिखाती है कि प्रीलिम्स परीक्षा में सफलता प्राप्त करके आत्मविश्वास को मजबूत किया जा सकता है। सही रणनीति और समर्पण के साथ UPSC की तैयारी करके सफलता प्राप्त की जा सकती है।