यूपी के अमरोहा जनपद की रहने वाली पूजा उन सभी महिलाओं का प्रतिनिधित्व कर रही हैं, जो विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हार नहीं मानती और अपने लिए हर मुश्किल से लड़ जाने को तैयार रहती हैं. पूजा को उसके ससुराल और मायके दोनों जगह से ठुकरा दिया गया. एक बेटी के साथ पूजा के लिए रहने का कोई दूसरा ठिकाना नहीं था. बहुत से लोग ऐसी परिस्थिति में हार मान लेते हैं लेकिन पूजा ने ऐसा नहीं किया.
पूजा आज अपनी नन्ही बेटी को पेट पर बांधकर ई रिक्शा चला रही हैं. उन्होंने नारी सशक्तिकरण की एक अलग ही मिसाल पेश की है. पूजा मूल रूप से मुरादाबाद के थाना भोजपुर के गांव श्यामपुर की रहने वाली हैं. अभी वह जनपद अमरोहा में रह रही हैं. अपने और अपनी बच्ची के पालन-पोषण के लिए पूजा ई रिक्शा चलाती हैं. 2016 में पूजा की शादी हुई. सभी लड़कियों की तरह उन्होंने भी अपनी शादी को लेकर कई सपने देखे थे लेकिन दुर्भाग्य से उनके पति को नशे की लत थी. नशेड़ी पति पूजा के साथ मारपीट करता था. ससुराल वाले भी उसे परेशान करते थे.
समय के साथ साथ मायके और ससुराल दोनों पक्षों ने पूजा का साथ छोड़ दिया. ऐसे में पूजा ने हिम्मत नहीं हारी और खुद को आत्मनिर्भर बनाया. जिसके बाद वह अपने साथ-साथ अपनी बेटी के पालन पोषण की जिम्मेदारी उठाने लगी. पूजा ने ब्याज पर 30 हजार रुपए लेकर ई रिक्शा खरीदा. फिर पूजा अपने मायके से भी दूर अमरोहा में आकर रहने लगी. उनका सपना है कि वो अपनी बेटी को अच्छी ज़िंदगी और अच्छी शिक्षा दें. इसी वजह से वह जी-तोड़ मेहनत करती हैं. उन्हें अपने क्षेत्र में अपनी बेटी को पेट पर बांधकर बैटरी रिक्शा चलाते देखा जा सकता है.
पूजा दो साल की मासूम को बांधकर सड़क पर ई-रिक्शा लेकर उतरती है. तो लोग उसे देखते रह जाते हैं. पूजा की हिम्मत और हौसला की इन दिनों हर कोई एक मिसाल दे रहा है. बहुत से लोग उसकी सराहना एक योद्धा मां तो एक जिम्मेदार पत्नी के रूप में करते हैं. लेकिन सचाई तो ये है कि पूजा ई-रिक्शा चलाने का काम शौक से नहीं बल्कि मजबूरी में करती है.
कई साल तक पति व ससुरालियों की प्रताड़ना झेलने के बाद जब पूजा मायके पहुंच गई तो यहां भी उन्हें तरह-तरह के ताने सुनने पड़े. जिसके बाद उन्होंने मायके को भी छोड़ दिया और अमरोहा आ कर रहने लगीं. कोई उनके चरित्र पर सवाल ना उठाए इसलिए उन्होंने नारी सशक्तिकरण की मिसाल पेश करते हुए ई रिक्शा चलाकर पेट भरने का निर्णय लिया. ब्याज पर कर्ज लेकर ई रिक्शा खरीदी. अब ई रिक्शा पर बेटी को गले से लगाकर वह अपनी गुजर-बसर कर रही हैं.