स्वाति शर्मा, जिन्होंने 2019 में ऑल इंडिया रैंक 17 के साथ UPSC CSE परीक्षा में टॉप किया, पहले भी एक बार इस परीक्षा में चयनित हो चुकी थीं। आइए जानते हैं स्वाति से परीक्षा पास करने के टिप्स।
स्वाति शर्मा की सफलता की कहानी
दिल्ली की स्वाति शर्मा ने UPSC CSE परीक्षा में कुल चार प्रयास किए। इनमें से दो बार उनका चयन हुआ। 2018 में, उन्होंने 278वीं रैंक प्राप्त की थी जिससे असंतुष्ट होकर उन्होंने दोबारा प्रयास किया। हालांकि, इस रैंक के तहत उन्हें इंडियन ऑडिट एंड एकाउंट सर्विस मिली, जिसे उन्होंने ज्वॉइन कर लिया। ट्रेनिंग के दौरान ही स्वाति ने चौथा प्रयास दिया और इस बार 17वीं रैंक के साथ टॉप करते हुए अपनी मनचाही IAS पद हासिल की। इकोनॉमिक्स की छात्रा रही स्वाति ने दिल्ली नॉलेज ट्रैक के साथ अपनी यात्रा की महत्वपूर्ण बातें साझा कीं।
सही शुरुआत
स्वाति का मानना है कि जिस दिन से आप इस परीक्षा को देने का पक्का इरादा करें, उसी दिन से एक निश्चय करें कि परीक्षा के बारे में पूरी जानकारी इकट्ठी कर लेंगे। स्वाति इस कदम को इतना अहम मानती हैं कि उनके अनुसार, अगर परीक्षा के बारे में जानने में एक महीना भी लग जाए तो परेशान न हों। यह समय इस काम में खर्च करें लेकिन इंटरनेट या किसी भी माध्यम से परीक्षा के बारे में हर छोटी-बड़ी बात जानें। यह समझें कि किसी रास्ते पर निकलने से पहले वहां पहुंचने का सही रूट जानना जरूरी है। शुरू में समय बर्बाद होता महसूस होगा, लेकिन आगे की यात्रा स्मूद हो जाएगी।
स्वाति के विचार
स्वाति का मानना है कि प्री और मेन्स को दो अलग-अलग परीक्षाओं की तरह मानकर तैयारी करनी चाहिए। वे दोनों को साथ तैयार करने की सलाह नहीं देतीं। उनका कहना है कि पहले प्री के लिए तैयारी करें और जब यह पूरी हो जाए, तभी मेन्स पर ध्यान दें। जिस समय मेन्स की तैयारी करें, केवल उसी पर फोकस करें। यह स्वाति की व्यक्तिगत राय है, लेकिन उनका मानना है कि दोनों परीक्षाओं का पैटर्न अलग है, इसलिए तैयारी भी अलग होनी चाहिए।
मॉक टेस्ट और एनालिसिस
स्वाति मानती हैं कि परीक्षा क्लियर करने के लिए मॉक टेस्ट बहुत जरूरी हैं। केवल टेस्ट देने से काम नहीं चलता, बल्कि उनके आंसर्स को एनालाइज करना भी जरूरी है। अपनी कमियों को दूर करते चलें। इस प्रकार मुख्य परीक्षा से पहले खुद को अच्छे से परख लें।
स्वाति की सलाह
स्वाति अपने अनुभव से कहती हैं कि परीक्षा की तैयारी पूरे साल लगकर करें, लेकिन पहले दिन से एक शेड्यूल बनाकर चलें। टाइम मैनेजमेंट बहुत जरूरी है। किस दिन क्या पढ़ना है, कब तक क्या खत्म हो जाना चाहिए, और अंत में रिवीजन के लिए कितने दिन निकालने हैं, यह सब प्लान में होना चाहिए। अपने रिवीजन के नोट्स को भी कंसोलिडेट करते चलें ताकि अंत में फटाफट रिवाइज कर सकें।
अंत में, स्वाति प्री, मेन्स और इंटरव्यू तीनों के लिए मॉक टेस्ट की महत्ता पर जोर देती हैं। उनके अनुसार, परीक्षा की किसी भी स्टेज पर पहले मॉक टेस्ट दें और फिर मुख्य परीक्षा दें। तैयारी के दौरान खुद से ईमानदार रहें और सही दिशा में आगे बढ़ें, सफलता जरूर मिलेगी।