अभिषेक तिवारी: तीसरे प्रयास में UPSC टॉपर बनने की कहानी
अभिषेक तिवारी ने 2019 में अपने तीसरे प्रयास में UPSC सिविल सेवा परीक्षा (CSE) में सफलता हासिल की। इससे पहले, वे दो बार फाइनल स्टेज तक पहुंचे थे, लेकिन फाइनल लिस्ट में उनका नाम नहीं आया था। अभिषेक की यह सफलता कहानी उन सभी उम्मीदवारों के लिए प्रेरणादायक है जो इस परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं।
एक दशक की मेहनत
अभिषेक ने UPSC की तैयारी में लगभग एक दशक समर्पित किया। दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि ग्रेजुएशन के बाद से ही उन्होंने तैयारी शुरू कर दी थी। हालाँकि, उन्होंने पहले प्रयास में सफलता नहीं पाई, लेकिन उनकी मेहनत और धैर्य ने उन्हें तीसरे प्रयास में सफलता दिलाई।
स्कूलिंग और शुरुआती प्रेरणा
अभिषेक की स्कूलिंग बंगलुरू के मिलिट्री स्कूल से हुई, जहां से उन्हें डिफेंस में करियर बनाने की प्रेरणा मिली। बारहवीं के बाद, उन्होंने एनडीए और एनए जैसी परीक्षाओं में भी भाग लिया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसी दौरान उन्होंने UPSC की तैयारी करने का निर्णय लिया और अपने दिमाग को 2011 से ही इस दिशा में तैयार करना शुरू कर दिया।
सिलेबस के अनुसार किताबों का चयन
अभिषेक ने UPSC की तैयारी के लिए सबसे पहले सिलेबस के अनुसार किताबों का चयन किया। उन्होंने सलाह दी कि किसी भी विषय की एक ही किताब चुनें और उसे बार-बार पढ़ें। इस तरीके से पाठ्यक्रम को अच्छे से समझा जा सकता है और हर महत्वपूर्ण बिंदु याद हो जाता है।
मंथली मैगजीन और अखबार की अहमियत
अभिषेक के अनुसार, करेंट अफेयर्स के लिए 12 महीने की 12 मैगजीन पढ़ना बेहद जरूरी है। इसके अलावा, रोजाना अखबार पढ़ना भी महत्वपूर्ण है। यह तैयारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसे कभी भी बंद नहीं करना चाहिए।
नोट्स बनाना और रिविजन करना
अभिषेक ने बताया कि हर विषय के नोट्स बनाना जरूरी है, चाहे वह अखबार के नोट्स ही क्यों न हों। इससे अंत में रिवाइज करना आसान हो जाता है। उन्होंने बताया कि जब आप किसी चीज को पढ़ने के बाद लिखते हैं, तो वह और पक्की हो जाती है।
मॉक टेस्ट और परीक्षा का माहौल
प्री परीक्षा में सफल होने के लिए रिवीजन करना सबसे महत्वपूर्ण है। अभिषेक ने बताया कि कोर्स खत्म करने के बाद जितनी बार हो सके रिवाइज करें। इसके बाद मॉक टेस्ट दें। मॉक टेस्ट से न केवल आपका अभ्यास होता है, बल्कि आप समय के अंदर पेपर करना भी सीखते हैं।
अभिषेक ने बताया कि टेस्ट सीरीज बिल्कुल परीक्षा के माहौल में दें। इससे मुख्य परीक्षा के दिन का प्रेशर लेने के लिए आपका माइंड तैयार हो जाता है।
ओएमआर शीट भरने का अभ्यास
अभिषेक ने ओएमआर शीट भरने पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि यह सुनने में छोटा लगता है, लेकिन कई बार कैंडिडेट्स इसमें सिली मिस्टेक करके नंबर खो देते हैं। इसलिए, इसका भी अभ्यास करना जरूरी है।
सफलता की कुंजी
इन छोटी लेकिन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखकर अभिषेक ने तीसरे प्रयास में UPSC परीक्षा में सफलता प्राप्त की। उनकी यह कहानी सभी उम्मीदवारों के लिए प्रेरणादायक है जो इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। उनकी स्ट्रेटजी और धैर्य से यह साबित होता है कि निरंतर प्रयास और सही दिशा में मेहनत से किसी भी कठिन परीक्षा में सफलता प्राप्त की जा सकती है।