हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले की रहने वाली तरुणा ने UPSC परीक्षा 2023 में 203वीं रैंक हासिल कर अपने परिवार और क्षेत्र का नाम रोशन किया है। तरुणा, जो एक सफाई ठेकेदार की बेटी हैं, ने पहले ही प्रयास में यह महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है।
मंगलवार को केंद्रीय लोक सेवा आयोग ने सिविल सर्विस परीक्षा के परिणाम घोषित किए, जिसमें हिमाचल प्रदेश के चार युवा सफल हुए हैं। इनमें से एक हैं तरुणा, जिन्होंने मंडी जिले की बल्ह घाटी के रति गांव से अपनी यात्रा शुरू की। उनके पिता अनिल सफाई ठेकेदार हैं और मां नॉर्म देवी गृहिणी हैं।
तरुणा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मॉडर्न पब्लिक स्कूल रति से पूरी की और फिर पालमपुर से वेटरनरी डॉक्टर की पढ़ाई की। हालांकि, तरुणा का सपना कुछ अलग करने का था। उन्होंने वेटरनरी की लाइन छोड़कर चंडीगढ़ में UPSC की कोचिंग लेना शुरू किया और पहले ही प्रयास में शानदार सफलता हासिल की।
तरुणा ने अपनी सफलता का श्रेय कड़ी मेहनत और समर्पण को दिया। उनका मानना है कि सफलता प्राप्त करने के लिए कोई शॉर्टकट नहीं होता, केवल परिश्रम ही सफलता की कुंजी है। तरुणा की इस सफलता से पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है और उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
तरुणा की तरह ही मंडी जिले के अनमोल ने भी UPSC परीक्षा में 438वीं रैंक प्राप्त की है। 30 वर्षीय अनमोल ने हाल ही में हिमाचल प्रशासनिक सेवा (HAS) की परीक्षा में टॉप किया था और वर्तमान में बीडीओ टूटू के पद पर कार्यरत हैं। अनमोल के पिता कृष्ण चंद भी एक HAS अधिकारी रह चुके हैं और उनकी माता उषा देवी मंडी के बल्द्वाड़ा से जिला परिषद सदस्य हैं। अनमोल का छोटा भाई भी UPSC की तैयारी में जुटा है।
तरुणा और अनमोल की सफलता ने हिमाचल प्रदेश के युवाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत के रूप में कार्य किया है। उनके परिश्रम और समर्पण ने यह साबित कर दिया है कि कठिन परिश्रम से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।