अमित शिंदे ने 2017 में यूपीएससी सिविल सर्विसेज और इंडियन फॉरेस्ट सर्विसेज में सफलता प्राप्त की। दोनों परीक्षाओं में उनका ऑप्शनल विषय एग्रीकल्चर था। आइए जानते हैं, कैसे उन्होंने इस विषय में अच्छा स्कोर कर यूपीएससी परीक्षा क्रैक की।
संघर्ष और सफलता की कहानी
अमित शिंदे ने 2017 में यूपीएससी सिविल सर्विसेज परीक्षा पास की। उसी साल, उन्होंने इंडियन फॉरेस्ट सर्विसेज के लिए भी चयनित होकर एक और उपलब्धि हासिल की। उनकी सफलता का मुख्य कारण था एग्रीकल्चर विषय में अच्छा प्रदर्शन। उनका मानना है कि ऑप्शनल विषय में बेहतर अंक पाने से ही उनका चयन सुनिश्चित हुआ।
एग्रीकल्चर: लेंदी लेकिन स्कोरिंग विषय
अमित के अनुसार, एग्रीकल्चर एक लेंदी लेकिन स्कोरिंग विषय है। इसकी तैयारी कठिन होती है, लेकिन सही तरीके से उत्तर लिखने पर अच्छे अंक मिल सकते हैं। अमित ने इस विषय की तैयारी बिना किसी कोचिंग और टेस्ट सीरीज के की थी। उस समय एग्रीकल्चर विषय की अच्छी कोचिंग उपलब्ध नहीं थी, इसलिए उन्होंने अपनी पढ़ाई खुद की। उनके कुछ साथियों ने उनकी मदद की, जो स्वयं भी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे।
नोट्स मेकिंग का महत्व
अमित का कहना है कि एग्रीकल्चर जैसे लेंदी विषय के लिए नोट्स बनाना अत्यंत आवश्यक है। बिना नोट्स के रिवीजन करना लगभग असंभव हो जाता है। उन्होंने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर नोट्स बनाए। दोनों ने विषयों को आपस में बांट लिया और बाद में अपने नोट्स एक्सचेंज किए। अमित की सलाह है कि नोट्स बनाना मुश्किल जरूर होता है, लेकिन यह तैयारी का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
प्रेजेंटेशन दिलाता है अंक
अमित बताते हैं कि किसी भी विषय में उत्तर के प्रेजेंटेशन का बहुत महत्व होता है। एग्रीकल्चर में विशेष रूप से डायग्राम्स, टेबल्स और चार्ट्स का प्रयोग महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने आंसर राइटिंग प्रैक्टिस पर जोर दिया, ताकि उत्तर सही और प्रभावी ढंग से लिखे जा सकें। कठिन शब्दों और टर्म्स को लिखकर याद करने की भी सलाह दी।
अमित का अनुभव और सुझाव
अमित का मानना है कि एग्रीकल्चर विषय को तभी चुनें जब आपका बैकग्राउंड इस क्षेत्र का हो। उन्होंने पीजी तक की पढ़ाई इसी विषय से की थी, जिससे उनके लिए यह विषय आसान हो गया। हालांकि, जिनका बैकग्राउंड एग्रीकल्चर का नहीं है, वे भी यह विषय ले सकते हैं, लेकिन उन्हें थोड़ी ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी।
तैयारी की शुरुआत से ही नोट्स बनाना शुरू करें और एक विषय की एक ही किताब पढ़ें। जो जानकारी न मिले, उसे इंटरनेट पर सर्च कर लें। कोचिंग की आवश्यकता नहीं है, सही प्लानिंग और स्ट्रेटजी से आप भी अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं। अमित की तरह, आप भी बिना कोचिंग और टेस्ट सीरीज के यूपीएससी एग्जाम में सफलता पा सकते हैं।
अमित शिंदे की कहानी यह साबित करती है कि सही दिशा, मेहनत और दृढ़ संकल्प से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। उनकी सफलता उन सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत है जो अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं।