दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है। बढ़ती गर्मी को देखते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने बस स्टॉप्स पर पानी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे, लेकिन कई स्थानों पर इस आदेश का पालन नहीं हो रहा है। एनबीटी की टीम ने विभिन्न इलाकों में जाकर रियलिटी चेक किया और पाया कि बस स्टॉप्स पर पानी की सुविधा लगभग न के बराबर है।
पानी के लिए जाना पड़ता है दूर
दिल्ली के प्रमुख बस टर्मिनलों में से एक, नेहरू प्लेस टर्मिनल पर पानी की कोई व्यवस्था नहीं दिखाई दी। यहां पर बसों की लगातार आवाजाही होती रहती है और बड़ी संख्या में यात्री आते-जाते हैं। भीड़ अधिक होने के कारण यहां आसपास पानी की रेहड़ियां लगाने की अनुमति नहीं है, जिससे लोगों को पानी ढूंढने के लिए दूर जाना पड़ता है।
पूरे टर्मिनल में कहीं पानी नहीं
वेस्ट दिल्ली के सबसे बड़े बस टर्मिनल पर लोग धूप से बचने के लिए छांव में खड़े थे। कुछ लोगों के पास पानी की बोतलें थीं, लेकिन यहां भी एलजी के आदेश के बावजूद पानी का कोई इंतजाम नहीं था। ड्राइवरों और कंडक्टरों को भी पानी खरीदकर पीना पड़ता है। टर्मिनल इंचार्ज ने बताया कि अभी तक कोई आधिकारिक आदेश नहीं आया है और इस बारे में सीनियर अधिकारियों को पत्र लिखा गया है।
प्याऊ बना लोगों का सहारा
कई जगहों पर प्रशासन की ओर से कोई पानी की व्यवस्था नहीं की गई थी, लेकिन पास के कुछ प्याऊ लोगों का सहारा बने हुए थे। रूट नंबर 212 के स्टैंड के पास बने प्याऊ पर ऑटो ड्राइवर मनोज और सुमित ने बताया कि दिल्ली में अब बहुत कम प्याऊ बचे हैं। मनोज ने कहा कि अगर दिनभर पानी खरीदते रहे, तो शाम को घर क्या ले जाएंगे।
पानी तो दूर, शेड तक नहीं
नरेला बस टर्मिनल पर पानी की सुविधा तो दूर, धूप से बचने के लिए शेड तक नहीं था। दोपहर के समय यात्री खुले आसमान के नीचे खड़े होकर बस का इंतजार कर रहे थे। पुष्पा देवी ने कहा कि न तो सरकार की ओर से और न ही किसी संस्था की ओर से पानी की कोई व्यवस्था की गई है। वह अपने घर से पानी की बोतल लाई थीं, जो बस का इंतजार करते-करते खाली हो गई थी।
पानी की अभी कोई व्यवस्था नहीं
पूर्वी दिल्ली के एक व्यस्त टर्मिनल पर भी पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं थी। टर्मिनल के दूसरी तरफ बने प्याऊ ही लोगों का सहारा बने हुए थे। एक इलेक्ट्रिक बस के ड्राइवर ने बताया कि किसी भी बस स्टॉप पर पानी की अलग से कोई व्यवस्था नहीं है। वह लोग जगतपुरी स्टॉप के पास एक जगह से पानी भरते हैं, जहां साफ और अच्छा पानी मिलता है।
एक ही जगह मिला घड़े का पानी
कई जगहों में से केवल लक्ष्मी नगर बस स्टैंड पर ही यात्रियों के लिए ठंडे पानी की व्यवस्था की गई थी। यहां ठंडे पानी का एक घड़ा और डिस्पोजेबल गिलास रखे गए थे। ट्रांसपोर्ट विभाग का एक कर्मचारी पानी पिलाने के लिए तैनात था। कर्मचारी ने बताया कि यह व्यवस्था आज से ही शुरू की गई है और इससे लोगों को बहुत राहत मिल रही है।
पानी की रेहड़ी से चल रहा काम
एक अन्य बिजी बस स्टॉप पर पानी की कोई व्यवस्था नहीं थी। वहां केवल एक रेहड़ी थी, जहां 2 रुपये प्रति गिलास पानी बिक रहा था। मुकेश कुमार ने बताया कि उन्होंने भी पढ़ा था कि बस स्टॉप्स पर पानी के घड़े रखे जाएंगे, लेकिन उन्हें कहीं भी घड़े दिखाई नहीं दिए। शकरपुर स्कूल ब्लॉक के बस स्टॉप पर भी पानी का कोई इंतजाम नहीं था।
दिल्ली में बढ़ती गर्मी के बावजूद बस स्टॉप्स पर पानी की व्यवस्था नहीं हो पाई है। उपराज्यपाल के निर्देशों के बावजूद, अधिकतर स्थानों पर पानी की कोई सुविधा नहीं है। यात्रियों को पानी की तलाश में दूर-दूर तक जाना पड़ता है और कहीं-कहीं तो शेड तक नहीं है। इस स्थिति को सुधारने के लिए प्रशासन को तुरंत कदम उठाने की जरूरत है ताकि यात्रियों को राहत मिल सके।