गंगा एक्सप्रेस-वे: एक परिचय
गंगा एक्सप्रेस-वे, जो मेरठ से प्रयागराज तक का सफर केवल 6 घंटे में पूरा करने का वादा करता है, दिसंबर 2024 तक ट्रैफिक के लिए खोल दिया जाएगा। 594 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे पर मिट्टी का 74% काम पूरा हो चुका है। 2025 में प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ के आयोजन से पहले, इस एक्सप्रेस-वे के शुरू होने से यात्रियों को काफी राहत मिलेगी।
एक्सप्रेस-वे के निर्माण की प्रगति
यूपीईडा (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी) के अधिकारियों के अनुसार, इस साल दिसंबर तक गंगा एक्सप्रेस-वे पर यातायात शुरू हो जाएगा। एक्सप्रेस-वे पर 1481 स्ट्रक्चर, जिनमें छोटे-बड़े पुल और आरओबी (रेल ओवर ब्रिज) शामिल हैं, बनाए जाने हैं। इनमें से 1085 स्ट्रक्चर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्यों की समीक्षा के लिए हाल ही में यूपीईडा के अधिकारियों ने विभिन्न पैकेज का दौरा किया था।
महाकुंभ 2025 के पहले
महाकुंभ 2025 से पहले इस एक्सप्रेस-वे के तैयार होने से राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों से प्रयागराज आने वाले लोगों को विशेष लाभ मिलेगा। इस एक्सप्रेस-वे के बनने के बाद दिल्ली से प्रयागराज तक का सफर केवल 7 से 8 घंटे में पूरा हो सकेगा, जिससे यात्रा समय में काफी कमी आएगी।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य भी इस साल के मध्य तक पूरा होने की उम्मीद है। यूपीईडा के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, इस एक्सप्रेस-वे का ज्यादातर काम पूरा हो गया है और कुछ बड़े स्ट्रक्चर्स पर थोड़ा बहुत काम बचा है, जिसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
गंगा एक्सप्रेस-वे के मार्ग
गंगा एक्सप्रेस-वे निम्नलिखित जिलों से होकर गुजरेगा:
- मेरठ
- हापुड़
- बुलंदशहर
- अमरोहा
- संभल
- बदायूं
- शाहजहांपुर
- हरदोई
- उन्नाव
- रायबरेली
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
निष्कर्ष
गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण उत्तर प्रदेश के इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके चालू होने से न केवल यात्रा समय में कमी आएगी, बल्कि यात्रियों की सुविधा में भी सुधार होगा। दिसंबर 2024 में इसके शुरू होने की उम्मीद है, जो महाकुंभ 2025 के पहले यात्रा को सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।