साल 2017 में अपने पहले ही प्रयास में प्रतिष्ठा ममगाईं ने UPSC CSE परीक्षा में 50वीं रैंक हासिल की और IAS बनने का सपना पूरा किया। आइए जानते हैं उनकी सफलता की कहानी और प्रिपरेशन स्ट्रेटजी।

प्रतिष्ठा ममगाईं का सफर

दिल्ली की रहने वाली प्रतिष्ठा ममगाईं ने साल 2017 में पहली और आखिरी बार UPSC CSE परीक्षा दी थी। अधिकांश उम्मीदवार पहले प्रयास में सफलता पाना चाहते हैं, लेकिन बहुत कम ही उस स्तर की तैयारी कर पाते हैं जहां असफलता की कोई गुंजाइश न हो। प्रतिष्ठा ने यह साबित कर दिया कि सही दिशा में संतुलित प्रयासों से एक ही बार में यह परीक्षा न केवल पास की जा सकती है, बल्कि टॉपर भी बना जा सकता है।

प्रतिष्ठा ममगाईं

शुरुआत से ही तैयारी

प्रतिष्ठा ने बहुत छोटी उम्र में ही IAS बनने का सपना देख लिया था। उन्होंने कक्षा 9वीं से ही UPSC परीक्षा के प्रारूप को समझना और बेसिक्स की तैयारी करना शुरू कर दिया था। उन्होंने टॉपर्स के इंटरव्यू देखे, सीनियर्स से सलाह ली और यह जान लिया कि इस परीक्षा के लिए अभी से ही हर क्लास को गंभीरता से लेना होगा।

प्रतिष्ठा ने पहले ही NCERT किताबों को इतनी अच्छी तरह से पढ़ा था कि UPSC की तैयारी के दौरान उन्हें सिर्फ एक रिवीजन की जरूरत पड़ी। उन्होंने ग्रेजुएशन के विषयों को भी अच्छे से तैयार किया और एक लंबे समय से न्यूज पेपर पढ़ना शुरू कर दिया था, क्योंकि वे जानती थीं कि इस परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स कितने महत्वपूर्ण हैं।

प्रतिष्ठा की सलाह

प्रतिष्ठा का मानना है कि सबसे पहले UPSC CSE परीक्षा के सिलेबस को अच्छे से समझें और उसी के अनुसार सीमित स्टडी मैटीरियल इकट्ठा करें।

  1. सीमित किताबें रखें: अधिक किताबें रखने से कोर्स खत्म करना मुश्किल हो सकता है।
  2. स्ट्रेटजी प्लान करें: अपनी स्ट्रेटजी अपने हिसाब से बनाएं और टाइम-टेबल बनाकर पढ़ाई शुरू करें।
  3. न्यूज पेपर पढ़ें: हर दिन कुछ घंटे न्यूज पेपर पढ़ने में लगाएं और इसे सही तरीके से पढ़ने की आदत डालें।
  4. आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस करें: आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस जल्दी शुरू करें।
  5. मल्टीपल रिवीजन करें: पढ़ा हुआ याद रखने के लिए बार-बार रिवीजन करें।
  6. मॉक टेस्ट्स दें: अपनी गलतियों का पता लगाने के लिए मॉक टेस्ट्स दें।

प्रतिष्ठा का कहना है कि परीक्षा का नेचर ठीक से समझने के बाद आगे बढ़ने से सफलता अवश्य मिलेगी और वह भी समय पर। थोड़ी सी प्री प्लानिंग आपका बाद का बहुत समय और मेहनत बचा सकती है।

निष्कर्ष

प्रतिष्ठा ममगाईं की कहानी यह सिखाती है कि सही दिशा में की गई मेहनत और संतुलित प्रयासों से UPSC CSE जैसी कठिन परीक्षा को भी पहली बार में पास किया जा सकता है। उनकी स्ट्रेटजी और तैयारी के तरीके उन सभी उम्मीदवारों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं जो इस प्रतिष्ठित परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं।

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